बॉलीवुड के जाने-माने अभिनेता इरफ़ान ख़ान का बुधवार को निधन हो गया। वह मुंबई के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में भर्ती थे। 53 साल के इरफ़ान को मंगलवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इरफ़ान ने 2018 में बताया था कि उन्हें न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर है।
इरफ़ान ने न्यूरो एंडोक्राइन ट्यूमर के बारे में सोशल मीडिया पर लिखा था, ‘जिंदगी में अचानक कुछ ऐसा हो जाता है जो आपको आगे लेकर जाता है। मेरी जिंदगी के पिछले कुछ दिन ऐसे ही रहे हैं। मुझे न्यूरो एंडोक्राइन ट्यूमर नामक बीमारी हुई है।’ इसके बाद इरफान अपना काम बीच में ही छोड़कर लंदन चले गए थे और लंबे इलाज के बाद साल 2019 में वह वापस भारत लौटे थे।
भारत लौटने के बाद इरफ़ान ख़ान की पहली फ़िल्म ‘अंग्रेजी मीडियम’ मार्च में रिलीज़ हुई है। जिसमें इरफान ने राधिका मदान व दीपक डोबरियाल के साथ काम किया है।
इरफ़ान के परिवार के लिए यह दोहरी त्रासदी है क्योंकि बीते शनिवार को इरफान की मां सईदा बेगम का जयपुर में इंतकाल हो गया था। लॉकडाउन के चलते इरफान अपनी मां के अंतिम संस्कार में नहीं पहुंच पाये थे और उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये मां के अंतिम संस्कार को देखा था।
इरफान खान को कॉलन इंफ़ेक्शन हो गया था। यह इंफेक्शन एक तरीके का पाचन रोग होता है। इरफान के निधन के वक्त उनकी पत्नी सुतापा सिकदर और उनके दोनों बेटे अस्पताल में ही थे। हालाँकि बीच में ही उनकी मौत होने की अफ़वाह उड़ गयी थी लेकिन उनके प्रवक्ता ने इस पर स्पष्टीकरण दिया था और कहा था कि लोग अफ़वाहों से दूर रहें।
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