चिली में वामपंथ की जीत किसी लैटिन अमेरिकी देश में बड़े परिवर्तन का भी संकेत है,
क्योंकि अमेरिका से प्रभावित संयुक्त राष्ट्र,
विश्वबैंक, अंतरराष्ट्रीय
मुद्रा कोष लगातार चिली की मौजूदा दक्षिणपंथी सरकार की तारीफों के पुल बांध रखे थे। वहां के निर्वाचित घोषित
राष्ट्रपति गेब्रियल बोरिक ने जोस एंटोनियो कस्तू को हरा दिया है।