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हम भीख नहीं, अपना हक़ माँगते हैं - किसान मार्च तस्वीरों में

farmers on delhi roads moving towards parliament street - Satya Hindi
अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के बैनर तले कई किसान व सामाजिक संगठनों ने किसानों की माँगों का समर्थन किया है।
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संसद मार्च के लिए दिल्ली में हजारों किसान एकत्रित हुए हैं।
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बड़ी संख्या में किसान जंतर-मंतर पर इकट्ठा होकर अपने हक़ की आवाज़ को बुलंद कर रहे हैं।
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किसानों ने दिल्ली में लोगों को एक चिट्ठी भी बाँटी है। चिट्ठी में लिखा है कि माफ़ कीजिएगा, हमारे इस मार्च से आपको परेशानी हुई होगी। आपको तंग करना हमारा इरादा नहीं है, हम ख़ुद बहुत परेशान हैं। हम सरकार को अपनी बात सुनाने आए हैं, हमें बस आपका एक मिनट चाहिए।
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जंतर-मंतर पर महाराष्ट्र से आए किसानों ने भी अपना दर्द बयां किया।
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किसान चाहते हैं कि कर्ज़ माफ़ी और फ़सलों की उचित लागत के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाकर क़ानून बनाया जाए।
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बड़ी संख्या में किसान दिल्ली आए हैं और अपनी आवाज़ सरकार तक पहुँचाना चाहते हैं।
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किसान आज अपनी मांगों को लेकर आज संसद मार्च करेंगे। दो दिवसीय किसान मुक्ति मार्च का आज दूसरा और अंतिम दिन है।
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दो दिवसीय किसान मुक्ति मार्च का आज दूसरा और अंतिम दिन है।
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इस साल मार्च में भी बड़ी संख्या में किसान नासिक से पैदल चलकर मुंबई के आजाद मैदान पहुँचे थे। तब उनके पैरों से खून निकलने और छाले पड़ने की तसवीरें सामने आई थीं।
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इससे पहले दिल्ली के जंतर-मंतर पर पिछले साल मार्च-अप्रैल में तमिलनाडु के किसानों ने कई महीने तक धरना दिया था।
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पिछले साल भी किसानों ने इंसानों की खोपड़ियों के साथ प्रदर्शन किया था।
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क़मर वहीद नक़वी
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