राफेल डील फिर से चर्चा में आ गई है। पीएम मोदी के फ्रांस दौरे ने पुरानी डील के विवाद को भी ताजा कर दिया है। समझिए पत्रकार कृष्ण प्रताप सिंह क्या बताना चाह रहे हैं।
टमाटर इतना महंगा क्यों है? क्या सरकार इस पर नियंत्रण के प्रयास कर रही है और वह कामयाब नहीं हो पा रही है? क्या टमाटर ही महंगे हैं या फिर बाक़ी सब्जियाँ और दूसरी चीजें भी?
भारत में लोकतंत्र का भविष्य खतरे में है। समीक्षक कृष्ण प्रताप सिंह ने संपादक अरुण कुमार त्रिपाठी की किताब के जरिए भारतीय लोकतंत्र की अंदरुनी बीमारियों की तरफ इशारा किया है।
विपक्ष की एकता से भाजपा तब तक क्यों भयभीत हो, जब तक विपक्ष साफ़ नीयत और वैकल्पिक नीतियों के साथ सामने न आए? यदि वैकल्पिक नीतियाँ हों तो क्या कर्नाटक की तरह बिना विपक्षी एकता के भी नहीं हराया जा सकता?
ऑर्गनाइजर अखबार में मोदी मैजिक और हिन्दुत्व को 2024 आम चुनाव के लिए नाकाफी बताए जाने पर अगले लोगसभा चुनाव की चर्चा शुरू हो गई। पत्रकार कृष्ण प्रताप सिंह ने विपक्ष और सत्तारूढ़ पार्टी के तरकश की पड़ताल की है कि किसके पास क्या मुद्दे हैं।
कर्नाटक में कांग्रेस की जीत की वास्तविक वजह क्या है? और आख़िर क्यों बीजेपी की ओर से कहा जा रहा है कि मुस्लिम मतदाताओं के एकतरफा तौर पर कांग्रेस के पक्ष में ध्रुवीकृत हो जाने की एकमात्र वजह से हुआ है?
जनमोर्चा अख़बार के संपादक और वरिष्ठ पत्रकार शीतला सिंह का निधन हो गया। जानिए, पत्रकारिता को लेकर उनकी क्या राय थी और उनकी पत्रकारिता को आने वाले समय में कैसे याद किया जाएगा।