ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक मंगलवार को कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी कैंपस में आयोजित कथा वाचक मोरारी बापू की 'राम कथा' में शामिल हुए थे। उन्होंने इस मौके पर कहा- “आज भारतीय स्वतंत्रता दिवस पर कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में मोरारी बापू की राम कथा में उपस्थित होना वास्तव में सम्मान और खुशी की बात है। बापू, मैं आज यहां एक प्रधान मंत्री के रूप में नहीं बल्कि एक हिंदू के रूप में हूं!'' सुनक का यह कहना दरअसल ब्रिटेन की उच्च धर्मनिरपेक्ष परंपरा का पालन करते हुए कहना जरूरी था। क्योंकि देश का प्रधानमंत्री किसी धर्म विशेष के प्रति झुकाव नहीं दिखा सकता। इसके बरक्स कट्टर मजहबी देशों को देखें तो वहां की परंपरा उलट है। भारत में भी पहले ऐसी परंपरा रही है। लेकिन 2014 में भाजपा के केंद्र की सत्ता में आने के बाद स्थितियां बदल गई हैं। खुद को सबसे बड़ा लोकंत्र बताने वाले भारत के मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बर्ताव एक धर्म विशेष के प्रति खासतौर पर दिखता है।
ऋषि सुनक राम कथा में पहुंचे, कहा-'यहां हिंदू के रूप में, ब्रिटिश पीएम नहीं'
- दुनिया
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- 29 Mar, 2025
ब्रिटिश प्रधान मंत्री ऋषि सुनक ने कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय परिसर में कथा वाचक मोरारी बापू की 'राम कथा' में भाग लिया। लेकिन सुनक ने ब्रिटेन की उच्च धर्मनिरपेक्ष परंपरा का पालन करते हुए स्पष्ट किया कि वो रामकथा में एक हिन्दू की हैसियत से आए हैं, ब्रिटिश पीएम के रूप में नहीं।
