ब्रिटिश प्रधान मंत्री ऋषि सुनक ने कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय परिसर में कथा वाचक मोरारी बापू की 'राम कथा' में भाग लिया। लेकिन सुनक ने ब्रिटेन की उच्च धर्मनिरपेक्ष परंपरा का पालन करते हुए स्पष्ट किया कि वो रामकथा में एक हिन्दू की हैसियत से आए हैं, ब्रिटिश पीएम के रूप में नहीं।