पंजशिर घाटी में रेजिस्टेंस फ्रंट युद्ध ख़त्म करने और तालिबान से बातचीत करने को तैयार है। अफ़ग़ानिस्तान के नेशनल रेजिस्टेंस फ्रंट यानी एनआरएफ़ए के एक प्रमुख नेता अहमद मसूद ने रविवार को समझौते के धार्मिक विद्वानों के प्रस्तावों का स्वागत किया। अहमद मसूद ने फ़ेसबुक पेज पर इसकी घोषणा की। रेजिस्टेंस फ्रंट की ऐसी घोषणा तब आई है जब तालिबान ने कहा है कि उन्होंने पंजशिर के आसपास के ज़िलों को सुरक्षित करने के बाद प्रांतीय राजधानी पंजशिर में अपनी लड़ाई लड़ी। दो दिनों से ऐसी रिपोर्टें आ रही हैं कि तालिबान ने पंजशिर में कब्जा कर लिया है, लेकिन रेजिस्टेंस फ्रंट इन दावों को खारिज करता रहा है।
पंजशिर के लड़ाके तालिबान से युद्ध ख़त्म करने, बातचीत को राजी
- दुनिया
- |
- 6 Sep, 2021
पंजशिर घाटी में समझौते के धार्मिक विद्वानों के प्रस्ताव का रेजिस्टेंस फ्रंट के नेता अहमद मसूद ने स्वागत किया है। तो क्या अब तालिबान और रेजिस्टेंस फ्रंट के बीच युद्ध ख़त्म हो जाएगा?

पंजशिर घाटी ही वह इलाक़ा है जहाँ तालिबान को ज़बरदस्त चुनौती मिली। अमेरिका की वापसी और राष्ट्रपति अशरफ ग़नी के देश से भाग जाने के बाद 15 अगस्त को तालिबान ने काबुल पर कब्जा कर लिया था। यानी क़रीब तीन हफ़्ते पहले तालिबान ने अफ़ग़ानिस्तान के बाक़ी हिस्सों पर नियंत्रण कर लिया था। इस बीच ख़बर आई थी कि रेजिस्टेंस फ्रंट ने पंजशिर के आसपास के तीन ज़िलों पर भी कब्जा कर लिया था, लेकिन बाद में तालिबान के लड़ाकों ने फिर से उन क्षेत्रों पर कब्जा जमा लिया।