यूक्रेन के नाटो में शामिल होने की आशंका भर से जिस रूस ने उस पर हमला कर दिया, क्या अब वह ऐसा ही हमला करने का जोखिम फिनलैंड और स्वीडन में उठा सकता है? ये सवाल इसलिए कि अब इन दो देशों के नाटो में शामिल होने की संभावना है। खासकर फिनलैंड के शामिल होते ही रूस के सामने एक बड़ी चुनौती ये होगी कि उसकी क़रीब 1300 किलोमीटर सीमा की सुरक्षा की चिंता बढ़ जाएगी क्योंकि इसकी इतनी लंबी सीमा रूस से लगती है। एक सवाल यह भी है कि अब तक यूक्रेन-रूस के बीच में सिमटा युद्ध क्या यूरोप में और व्यापक रूप लेगा? आख़िर ये आशंकाएँ क्यों बढ़ रही हैं?