यूक्रेन के नाटो में शामिल होने की आशंका भर से जिस रूस ने उस पर हमला कर दिया, क्या अब वह ऐसा ही हमला करने का जोखिम फिनलैंड और स्वीडन में उठा सकता है? ये सवाल इसलिए कि अब इन दो देशों के नाटो में शामिल होने की संभावना है। खासकर फिनलैंड के शामिल होते ही रूस के सामने एक बड़ी चुनौती ये होगी कि उसकी क़रीब 1300 किलोमीटर सीमा की सुरक्षा की चिंता बढ़ जाएगी क्योंकि इसकी इतनी लंबी सीमा रूस से लगती है। एक सवाल यह भी है कि अब तक यूक्रेन-रूस के बीच में सिमटा युद्ध क्या यूरोप में और व्यापक रूप लेगा? आख़िर ये आशंकाएँ क्यों बढ़ रही हैं?
नाटो में शामिल होंगे फिनलैंड, स्वीडन! रूस के लिए बड़ी मुसीबत?
- दुनिया
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- 13 May, 2022
एक और यूरोपीय देश फिनलैंड का नाटो में जल्द ही शामिल होना अब लगभग तय लग रहा है और स्वीडन भी उसी रास्ते पर चल सकता है। क्या रूस के लिए यह एक बड़ा झटका नहीं है?

फिनलैंड और स्वीडन के नाटो में शामिल होने की संभावना को लेकर कहा जा रहा है कि यह अब तक का सबसे तेज नाटो विस्तार होने की संभावना है। इसके संकेत फ़िनलैंड के नेताओं के बयानों में भी मिलते हैं। उन्होंने गुरुवार को घोषणा की कि यूक्रेन में रूस के युद्ध के कारण फ़िनलैंड को दुनिया के सबसे बड़े सैन्य संगठन नाटो में शामिल होना चाहिए। इसी राह पर जल्द ही स्वीडन भी चल सकता है।