PM मोदी वैश्विक राजनीति में दो महाशक्तियों- अमेरिका और रूस के बीच फंसकर चल रहे हैं। राष्ट्रपति ट्रम्प के बढ़ते दबाव के साथ, मोदी के सामने एक महत्वपूर्ण प्रश्न है: क्या भारत को हथियार और तेल खरीदकर रूस के साथ अपनी दीर्घकालिक मित्रता जारी रखनी चाहिए, या उसे ट्रम्प की मांगों के सामने झुक जाना चाहिए?
क्या अमेरिका, चीन और रूस मिलकर दुनिया की राजनीति और संसाधनों का बंटवारा कर रहे हैं? जानिए वैश्विक शक्ति संतुलन और इसके भू-राजनीतिक प्रभावों की पूरी कहानी।
ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका यानी ब्रिक्स देशों के अनौपचारिक समूह का शिखर सम्मेलन रूस के कज़ान में हो रहा है। जानिए, पीएम चीन के राष्ट्रपति से मिलेंगे या नहीं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मॉस्को यात्रा के दौरान राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ हुई चर्चा में कई मुद्दों को उठाया गया है। जानिए, पीएम मोदी ने युद्ध को लेकर पुतिन को क्या कहा।
मोदी पुतिन से लगभग उसी समय मिलेंगे जब उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन यानी नाटो के 32 देशों के नेता रूस विरोधी सैन्य गठबंधन की 75वीं वर्षगांठ मनाने के लिए 9-11 जुलाई तक वाशिंगटन डीसी में जुटेंगे।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने देश को संबोधित किया है। इस दौरान उन्होंने मीडिया और जनता के सवालों का भी जवाब दिया है। पुतिन ने कहा है कि यूक्रेन पश्चिमी देशों के टुकड़ों पर जी रहा है।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने संयुक्त अरब अमीरात और सऊदी अरब की बुधवार को यात्रा की है। इस यात्रा जिसको लेकर अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के जानकार तरह-तरह की अटकले लगा रहे हैं।
रूस में तख्तापलट की आशंका। भाड़े की फ़ौज ने बग़ावत का झंडा उठाया! क्या करेंगे पुतीन ? यूक्रेन की लड़ाई का क्या होगा? वरिष्ठ पत्रकार प्रकाश के के के साथ आलोक जोशी॥
क्या यूक्रेन युद्ध की रूस को भी काफ़ी बड़ी क़ीमत चुकानी पड़ी और इसे अब उसके लिए जारी रखना बेहद मुश्किल हो रहा है? रूस के राष्ट्रपति आख़िर अब क्यों युद्ध ख़त्म करने की बात कह रहे हैं?