एक तरफ़ तालिबान को पटाने के लिए अमेरिका इमरान ख़ान को फुसलाने की कोशिश कर रहा है और दूसरी तरफ़ तालिबान ने अफ़ग़ानिस्तान में उपराष्ट्रपति के उम्मीदवार अमरुल्लाह सालेह पर हमला बोल दिया है। सालेह राष्ट्रपति हामिद करजई के दौर में अफ़ग़ानिस्तान के गुप्तचर विभाग के मुखिया थे। कुछ वर्षों पहले वह काबुल होटल में मुझसे मिलने आए थे और मैंने उनका रवैया भारत के बारे में काफ़ी मित्रतापूर्ण पाया था। यह अच्छा हुआ कि उनकी जान बच गई। वह घायल हुए और उनके 20 साथी मारे गए।