पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को कलकत्ता हाईकोर्ट के पूर्व जज अभिजीत गंगोपाध्याय की आलोचना की, जो गुरुवार को ही कुछ घंटे पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हुए हैं। ममता बनर्जी ने पूर्व जज का स्पष्ट संदर्भ देते हुए कहा, "हम आपकी हार सुनिश्चित करेंगे, चाहे आप लोकसभा चुनाव कहीं से भी लड़ें।"
संदेशखाली पर भाजपा को घेरा
मुख्यमंत्री ने भाजपा पर संदेशखाली के बारे में गलत जानकारी फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि बंगाल महिलाओं के लिए देश में सबसे सुरक्षित जगह है। टीएमसी महिला विंग की रैली में ममता ने कहा- "कुछ लोग संदेशखाली के बारे में फर्जी जानकारी फैला रहे हैं। भाजपा नेता पश्चिम बंगाल में महिलाओं की असुरक्षा के बारे में अफवाहें फैला रहे हैं, लेकिन जब भाजपा शासित राज्यों में महिलाओं पर अत्याचार होता है तो वे चुप्पी साध लेते हैं।" उन्होंने कहा, "पश्चिम बंगाल महिलाओं के लिए देश का सबसे सुरक्षित राज्य है।" ममता बनर्जी की यह टिप्पणी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संदेशखाली में कथित यौन हमलों को लेकर टीएमसी पर निशाना साधने के एक दिन बाद आई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि महिलाओं का गुस्सा संदेशखाली तक सीमित नहीं रहेगा और पूरे पश्चिम बंगाल में फैल जाएगा।
जस्टिस गंगोपाध्याय भाजपा नेता बने
अभिजीत गंगोपाध्याय, जिन्होंने मंगलवार सुबह कलकत्ता हाईकोर्ट से इस्तीफा दिया था, गुरुवार 7 मार्च को उन्होंने भाजपा में शामिल होने की घोषणा की और पार्टी का झंडा थाम लिया।। एएनआई के मुताबिक, साल्ट लेक में बीजेपी कार्यालय में उनका भव्य स्वागत किया गया। इस मौके पर प्रदेश पार्टी अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने उन्हें पार्टी का झंडा सौंपा।
তৃণমূলের অপশাসন দূরকরতে এবং মোদীজির হাত শক্ত করতে অভিজিৎ গঙ্গোপাধ্যায় সহ সমাজের বিশিষ্ট ব্যক্তিবর্গ বিজেপিতে যোগদান করলেন রাজ্য সভাপতি @drsukantabjp এবং বিরোধী দলনেতা শ্রী @suvenduwb 'র উপস্থিতিতে। #JoinBJP pic.twitter.com/pxEXsmlhoK
— BJP West Bengal (@BJP4Bengal) March 7, 2024
जस्टिस गंगोपाध्याय ने भाजपा में शामिल होने के बाद कहा, "आज, मैं एक नए क्षेत्र में शामिल हो गया हूं। मैं भाजपा में शामिल होकर खुश हूं और एक पार्टी सैनिक के रूप में काम करूंगा। हमारा उद्देश्य राज्य से भ्रष्ट टीएमसी शासन को बाहर करना है।" उन्होंने संदेशखाली घटना पर भी बात की, जहां भाजपा ने टीएमसी नेताओं पर महिलाओं का यौन शोषण करने का आरोप लगाया है।
संदेशखाली के कई केसों से जस्टिस अभिजीत गंगोपाध्याय जुड़े रहे हैं। उन्होंने गुरुवार को कहा- “यह बहुत बुरी घटना है। राज्य के नेता वहां गये हैं. उन्हें वहां पहुंचने से रोका गया है। इसके बावजूद, वे वहां पहुंचे और वहां की महिलाओं के साथ खड़े हुए और भाजपा संदेशखाली में उत्पीड़ित लोगों का मुद्दा उठा रही है।”
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