क्या जाने-माने पार्श्वगायक कृष्ण कुमार कुन्नथ उर्फ केके को मौत से बचाया जा सकता था? क्या उनको समय रहते अस्पताल नहीं पहुंचाया जा सका था? इतनी भीड़-भाड़ वाली जगह पर आयोजित कार्यक्रम में चिकित्सा का कोई इंतज़ाम या दूसरी आपात व्यवस्था क्यों नहीं की गई थी? कोलकाता में मंगलवार रात को एक लाइव शो के दौरान ही केके की तबीयत बिगड़ने और कुछ देर बाद ही दिल के दौरे के कारण उनकी मौत के बाद अब ये तमाम सवाल उठ रहे हैं। केके के सहयोगियों ने कोलकाता के न्यू मार्केट थाने में उनकी अस्वाभाविक मौत के मामले में एक शिकायत दर्ज कराई है। इस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने उस पांच सितारा होटल के मैनेजर समेत कई कर्मचारियों से पूछताछ की है और सीसीटीवी फुटेज भी जब्त कर लिए हैं।
महानगर के नज़रुल मंच में एक कॉलेज के सालाना उत्सव के मौक़े पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान क़रीब 2200 लोगों के हॉल में बैठने का इंतज़ाम था। लेकिन भीड़ उससे कहीं ज़्यादा थी। नतीजतन कई दरवाजे खोल दिए गए थे और बाहर भी उतनी ही भीड़ थी। हॉल के भीतर भारी गर्मी थी। दरवाजों को खोलने की वजह से एसी भी काम नहीं कर रहे थे। इस शो के जितने वीडियो सामने आए हैं उन सबमें केके पसीने से तरबतर नज़र आ रहे हैं। उनको बार-बार पानी पीते और पसीना पोंछते हुए देखा जा सकता है। दरअसल, उनकी तबीयत शो के दौरान ही ख़राब हो गई थी। उन्होंने आयोजकों से स्टेज के ऊपर लगी बत्तियों को भी बुझाने का अनुरोध किया था ताकि गर्मी कम लगे।
लेकिन इसके बावजूद खुद गायक या आयोजकों ने कोई सावधानी नहीं बरती। तबीयत ज़्यादा ख़राब होने पर वे रात क़रीब साढ़े आठ बजे अपने होटल रवाना हो गए। वहां प्रशंसकों की भीड़ उनके साथ फोटो खिंचाना चाहती थी। लेकिन केके ने तबीयत ख़राब होने का हवाला देकर उनको मना कर दिया। वे अपने कमरे में पहुंचे। उनके एक सहयोगी ने बताया कि कमरे में पहुंचने के कुछ देर बाद ही वे ज़मीन पर गिर पड़े। इससे उनके चेहरे और सिर पर चोट लगी थी। उसके बाद ही उनको निजी अस्पताल में ले जाया गया। लेकिन वे रास्ते में ही दम तोड़ चुके थे।
मौत की असली वजह का पता तो पोस्टमार्टम की रिपोर्ट से ही चलेगा। लेकिन डॉक्टरों का प्रारंभिक अनुमान है कि दिल के दौरे के कारण ही उनकी मौत हुई है।
इससे कई सवाल खड़े हो रहे हैं। एक डॉक्टर ने नाम नहीं छापने की शर्त पर कहा कि दरअसल वीडियो से यह बात साफ़ है कि केके के शरीर में लाइव शो के दौरान ही दिल के दौरे के लक्षण नज़र आने लगे थे। बार-बार इतना ज़्यादा पसीना होने के बावजूद उन्होंने या उनके सहयोगियों या आयोजकों ने इस पर खास ध्यान नहीं दिया। अगर समय रहते अस्पताल पहुंचाया जाता तो शायद उनकी जान बचाई जा सकती थी।
अब पुलिस अपनी जांच के दौरान इस पहलू को भी ध्यान में रख रही है। कोलकाता पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी बताते हैं, ‘हम हर पहलू की जांच कर रहे हैं। जांच में अगर कोई शख्स दोषी पाया गया तो उसके ख़िलाफ़ कार्रवाई की जाएगी।’
केके को जिस निजी अस्पताल में ले जाया गया था उसके एक अधिकारी ने बताया, केके के चेहरे और सिर पर चोट के निशान थे जो शायद होटल के कमरे में गिरने की वजह से लगे थे। उस अधिकारी का कहना था कि केके को रात क़रीब दस बजे अस्पताल लाया गया था। लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी।
अपनी राय बतायें