चुनाव प्रचार की गहमगहमी और घात-प्रतिघात के बीच नरेंद्र मोदी ने ममता बनर्जी को वाराणसी से चुनाव लड़ने की चुनौती दी है और तंज करते हुए कहा है कि वहाँ उन्हें 'जय श्री राम' का नारा लगाने वाले बहुत लोग मिलेंगे। दूसरी ओर ममता बनर्जी ने उत्तर चौबीस परगना में चुनाव प्रचार करते हुए अल्पसंख्यकों से कहा कि वे अपना वोट न बँटने दें।
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 के दो चरणों का मतदान हो गया है, लेकिन छह चरणों का मतदान बाकी है। पश्चिम बंगाल बीजेपी ने पूरे चुनाव प्रचार का सांप्रदायिकरण कर धर्म के आधार पर मतदाताओं के ध्रुवीकरण की कोशिश की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ममता बनर्जी पर निजी हमले भी लगातार कर रहे हैं और उन पर फब्तियाँ कसने से भी बाज नहीं आ रहे हैं।
ममता को चुनौती
नरेंद्र मोदी ने इसी क्रम में शनिवार को राजधानी कोलकाता से लगभग 40 किलोमीटर दूर तारकेश्वर में मुख्यमंत्री ज़ोरदार तंज कसते हुए उन्हें उत्तर प्रदेश स्थित अपने निर्वाचण क्षेत्र वाराणसी से चुनाव लड़ने की चुनौती दे दी। यह चुनाव विधानसभा का है, वाराणसी की वह सीट लोकसभा की है।
प्रधानमंत्री ने कहा, "दीदी अब बाहर का चुनाव क्षेत्र तलाश रही हैं। वनारस में आपका स्वागत है। हल्दिया से पानी का जहाज वाराणसी जाता है।"
उन्होंने इसके आगे कहा,
“
वाराणसी में आपको बहुत से लोग मिल जाएंगे जो तिलक लगाते हैं, जय श्री राम कहते हैं, दीदी, आप वहाँ क्या कीजिएगा।
नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री
ममता पर तंज
गुजरात के बाशिंदे नरेंद्र मोदी ने 2014 और 2019 में लोकसभा चुनाव वाराणसी से जीता था।
उन्होंने दूसरे चरण के मतदान के ही दिन दक्षिण चौबीस परगना में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि यह अफवाह उड़ रही है कि ममता बनर्जी नन्दीग्राम में अपनी हार निश्चित जान कर कहीं और से पर्चा भरने की सोच रही है।
पर्यवक्षकों का कहना है कि प्रधानमंत्री ने नन्दीग्राम के मतदान को प्रभावित करने के लिए यह कहा ताकि लोगों के बीच यह संदेश जाए कि ममता बनर्जी चुनाव हार रही हैं और उन पर से लोगों का भरोसा ख़त्म हो जाए।
'बंगाल को नष्ट कर देगी बीजेपी'
दूसरी ओर, शनिवार को ही ममता बनर्जी ने उत्तर चौबीस परगना में एक जनसभा में लोगों को आगाह किया कि बीजेपी पश्चिम बंगाल की संस्कृतिक को नष्ट कर देगी।
उन्होंने सार्वजनिक मंच से कहा,
“
बीजेपी पश्चिम बंगाल को बाँट देना चाहती है। वह इसे बर्बाद कर देना चाहती है, वह इसकी भाषा व संस्कृति को नष्ट कर देना चाहती है।
नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री
अल्पसंख्यकों से अपील
ममता बनर्जी ने कहा, "मैं अल्पसंख्यक समुदाय के सभी भाई-बहनों से कहना चाहती हूँ कि वे अपना वोट न बँटने दें।"
बता दें कि पश्चिम बंगाल में लगभग 29 प्रतिशत मुसलमान हैं। पहले मुसलमानों का वोट वाम मोर्चा, कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस तीनों को ही मिला करता था। वाम मोर्चा व कांग्रेस का पतन होने के बाद इस बार सीपीआईएम ने संयुक्त मोर्चा नामक गठजोड़ बनाया है, जिसमें वाम मोर्चा, कांग्रेस और इंडियन सेक्युलर फ्रंट हैं।
कोलकाता के नज़दीक फुरफुरा शरीफ़ दरगाह के पीरज़ादा अब्बास सिद्दीक़ी ने आईएसएफ का गठन किया है। राज्य में बीजेपी ने हिन्दू-मुसलमान ध्रुवीकरण करने की कोशिश की है। ऐसे में ममता बनर्जी का यह कहना कि अल्पसंख्यक अपना वोट न बँटने दें, अहम है। वह इसके लिए मुसलमानों से कहना चाहती हैं कि वे तृणमूल कांग्रेस को ही वोट दें।
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