ममता बनर्जी ने सीएए के ख़िलाफ़ मोर्चा खोल दिया है। केंद्र द्वारा इसे अधिसूचित किए जाने के एक दिन बाद ममता बनर्जी ने मंगलवार को कहा कि इसमें स्पष्टता की कमी है। उन्होंने राज्य के लोगों से नागरिकता के लिए आवेदन नहीं करने को कहा। उन्होंने चेताया कि यदि उन्होंने ऐसा किया तो उन्हें शरणार्थी और घुसपैठिए के रूप में चिह्नित किया जाएगा और सरकारी योजनाओं से वंचित किया जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसा नागरिक होने के बाद भी किया जाएगा।
नागरिकता के लिए आवेदन नहीं करें, सीएए शरणार्थी का ठप्पा लगाएगा: ममता
- पश्चिम बंगाल
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- 12 Mar, 2024
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आख़िर केंद्र द्वारा लाए गए नागरिकता संशोधन अधिनियम की आलोचना क्यों कर रही हैं? जानिए, उन्होंने इसके क्या नुक़सान बताए हैं।

ममता बनर्जी ने कहा, 'जिन लोगों को आवेदन करने के लिए कहा जा रहा है, मैं आपको बता दूं… एक बार आवेदन करने के बाद आपको नागरिक होने के बावजूद शरणार्थी के रूप में चिह्नित किया जाएगा। आवेदन करते ही ऐसे लोग घुसपैठिये बन जायेंगे। यह अधिकार छीनने का खेल है। अगर आप आवेदन करते हैं तो इसकी कोई गारंटी नहीं है कि आपको नागरिकता मिलेगी या नहीं। आप अपनी संपत्ति खो देंगे। आप सरकारी योजनाओं से वंचित रहेंगे। चुनाव से पहले ये है बीजेपी का प्लान। आवेदन करने पर सारे नागरिक अधिकार छीन लिये जायेंगे। इसके लिए आवेदन करने से पहले हजार बार सोचें। यह एनआरसी से जुड़ा है।'