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दिलीप घोष के चुनाव प्रचार पर 24 घंटे की रोक 

चुनाव आयोग ने बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप घोष के चुनाव प्रचार पर 24 घंटे की रोक लगा दी है। यह रोक उनके “और होंगी शीतलकुची जैसी घटनाएं” वाले बयान को लेकर लगाई गई है। आयोग ने इस मामले में उन्हें 12 अप्रैल को नोटिस भेजा था और स्पष्टीकरण देने के लिए कहा था। उन्हें स्पष्टीकरण देने के लिए बुधवार सुबह 10 बजे तक का समय दिया गया था। 

टीएमसी ने कहा था कि शीतलकुची इलाक़े में 10 अप्रैल को हुई फ़ायरिंग में हुई चार लोगों की मौत के मामले में बीजेपी की बंगाल इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष के बयान के लिए उन्हें गिरफ़्तार किया जाना चाहिए। 
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राहुल सिन्हा पर भी लगा था बैन 

शीतलकुची में हुई फ़ायरिंग को लेकर भड़काऊ बयान देने वाले बीजेपी नेता राहुल सिन्हा पर भी चुनाव आयोग ने सोमवार को 48 घंटे का बैन लगा दिया था। टीएमसी ने चुनाव आयोग से राहुल सिन्हा पर कार्रवाई करने की मांग की थी। 

शीतलकुची में यह फ़ायरिंग 10 अप्रैल को बंगाल में चौथे चरण के मतदान के दिन हुई थी। ममता बनर्जी ने इस घटना को लेकर बीजेपी पर हमला बोला था और इसे नरसंहार कहा था। 

हावड़ा सीट से बीजेपी के उम्मीदवार राहुल सिन्हा ने कहा था कि शीतलकुची में 4 नहीं 8 लोग मारे जाने चाहिए थे। ये बयान उन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र में एक सभा के दौरान दिया था। 

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दिलीप घोष ने रविवार को उत्तर 24 परगना के बारानगर में आयोजित एक जनसभा में कहा था, “ऐसे शरारती लड़के जो समझते थे कि केंद्रीय बलों की राइफ़ल चुनावी ड्यूटी के दौरान सिर्फ़ दिखाने के लिए है, वे शीतलकुची में जो ग़लती की, उसे नहीं दोहराएंगे। ऐसा पूरे बंगाल में होगा। अगर किसी ने भी क़ानून को अपने हाथ में लेने की कोशिश की तो यह उसके साथ भी होगा।” 

एक दूसरी जनसभा में भी दिलीप घोष ने इसी तरह की बात कही। घोष ने कहा, “दीदी जनादेश से डरती हैं, वे दिन चले गए जब लोग डरा करते थे। वे सुबह से लाइनों में खड़े हैं और अपने वोट डाल रहे हैं। 17 अप्रैल को भी आप लोग जाएंगे और लाइन में खड़े होंगे तो कोई आपको घूर नहीं सकेगा। अगर कोई ऐसा करेगा तो आपने देखा कि शीतलकुची में क्या हुआ। कई जगहों पर शीतलकुची जैसी और घटनाएं होंगी।”

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क़मर वहीद नक़वी
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