बाबरी मसजिद का साया हिंदू आस्था पर मंडराता रहेगा। यह तब तय हो गया जब राम मंदिर के निर्माण के लिए गठित न्यास के अध्यक्ष के रूप में नृत्य गोपाल दास और सचिव के रूप में विश्व हिंदू परिषद के उपाध्यक्ष चंपत राय की नियुक्ति की गई। अख़बारों और दूसरी जगह यह ख़बर तो छपी, लेकिन इसके महत्व पर कोई टिप्पणी नहीं दिखी।