एक तस्वीर है एक ‘स्वर्णदंड’ की जिसे तमिलनाडु के कुछ ब्राह्मण राजदंड कहते हैं और जिसके सामने भारत की जनता के आदेश से संसद तक पहुँचे प्रधानमंत्री हैं। दूसरी तस्वीर है तिरंगे की जो पुलिस के बूटों के पास ज़मीन पर पड़ा है, उन महिला खिलाड़ियों के हाथ से छीना गया जो अपने लिए न्याय माँगते हुए संसद तक जाना चाहती थीं। एक तस्वीर है यौन उत्पीड़न के अभियुक्त भारतीय जनता पार्टी के सांसद की जो कैमरे के सामने विजय की क्रूर मुस्कान के साथ संसद में प्रवेश कर रहा है। दूसरी तस्वीर है पुलिस के द्वारा घसीटी जाती महिला खिलाड़ियों की जो उसी सांसद के ख़िलाफ़ न्याय का संघर्ष कर रही हैं।
मोदी के रूप में नये पेशवा का राज्याभिषेक
- वक़्त-बेवक़्त
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- 29 May, 2023

नए संसद भवन के उद्घाटन पर जिस तरह के कर्मकांड हुए और पीएम मोदी को राजदंड दिया गया, जिसे उन्होंने नए संसद भवन में स्थापित कर दिया। चिन्तक, लेखक अपूर्वानंद ने एक और तस्वीर से इस कर्मकांड की तुलना की है। जानिएः