क्या ‘जय फ़िलिस्तीन’ कहने पर संसद की सदस्यता जा सकती है? पत्रकार ने पूछा।ढेर सारे लोगों ने माँग करना शुरू कर दिया कि असदुद्दीन ओवैसी की सदस्यता रद्द कर दी जाए क्योंकि उन्होंने सांसद के रूप में पद ग्रहण करते वक्त शपथ लेने के बाद फ़िलिस्तीन की जय का नारा लगाया। जो लोग इज़राइल की मोहब्बत में पागल हो गए हैं उन्होंने कहा कि आख़िर कोई सांसद एक शत्रु देश की जय का नारा कैसे लगा सकता है। इन लोगों ने ओवैसी साहब के घर पर हमला किया। दिल्ली पुलिस ने उन्हें अपना राष्ट्रवादी रोष प्रदर्शन करने दिया। जिन लोगों ने यह हमला किया था वे दुबारा आए लेकिन पुलिस ने उनकी निशानदेही न की, उन पर किसी कार्रवाई की बात तो दूर।
जय फिलिस्तीनः 'राष्ट्रवादी हिंसा' पर कुंद देशभक्तों की चुप्पी
- वक़्त-बेवक़्त
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- 29 Mar, 2025

संसद में जय फिलिस्तीन बोलने पर हंगामा मच गया। भारत ने एक देश के रूप में फिलिस्तीन को मान्यता दे रखी है। लेकिन एक राजनीतिक दल के कुंद जेहन देशभक्त अगले दिन जनता द्वारा चुने गए नुमाइंदे के घर विरोध जताने पहुंच गए। उन्होंंने हिंसा की, पुलिस उसे राष्ट्रवादी हिंसा मानकर चुप रही। संसद भी इस हमले पर चुप है। संसद तब भी चुप रही थी जब एक सांसद को और उसकी बिरादरी को आतंकवादी बोला गया। लेकिन जागरूक नागरिकों को क्या होता जा रहा है। स्तंभकार अपूर्वानंद का यह लेख कुंद जेहन लोगों के लिए नहीं है। आप जरूर पढ़िएः