नागरिकता (संशोधन) कानून-2019 (CAA),11 मार्च, सोमवार को लागू कर दिया गया। इस कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं, प्रतिक्रियाएं और डर सामने आने लगे हैं। कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं को घर में नजरबंद भी कर दिया गया है। सरकार इस बात को लेकर सतर्क है कि कहीं फिर से 2019-20 के जैसा आंदोलन न खड़ा हो जाए, कहीं फिर से कोई ‘शाहीन बाग’ न बनकर तैयार हो जाए। क्योंकि शाहीन बाग के आंदोलन ने जो वैश्विक रूप धारण किया था उससे नरेंद्र मोदी सरकार की छवि को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बहुत सी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था।
भाजपा बार-बार संविधान बदलने की बात क्यों करती है?
- विमर्श
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- 29 Mar, 2025

चुनावी बांड और चुनाव की तारीखों के ऐलान के शोर में भाजपा-आरएसएस के उस खतरनाक इरादे की चर्चा दबकर रह गई है कि यह दक्षिणपंथी गिरोह अभी भी अपनी पुरानी हसरत यानी संविधान बदलने की कोशिश पर कायम है। भाजपा सांसद अनंत हेगड़े तो एक हथियार हैं, जिन्हें इस मौके पर इस्तेमाल किया गया। स्तंभकार और वरिष्ठ पत्रकार वंदिता मिश्रा क्या कहना चाहती हैं, समझिएः