भारत का प्रधानमंत्री एक संवैधानिक संस्था है जिसका जिक्र संविधान के अनुच्छेद-74(1) में सबसे पहले मिलता है। भारत का प्रधानमंत्री ‘वैज्ञानिक तथा अनुसंधान परिषद’(CSIR) का अध्यक्ष होता है। यह देश की सर्वोच्च वैज्ञानिक संस्था है जिसे दुनिया भर में ख्याति प्राप्त है।देश की 38 प्रयोगशालाओं में विस्तृत CSIR, 15 हजार से अधिक अंतरराष्ट्रीय पेटेंट रजिस्टर करवा चुकी है। शायद ही विज्ञान का कोई ऐसा क्षेत्र हो जहां इस संस्था को विशेषज्ञता हासिल न हो। ऐसी संस्था का अध्यक्ष होना गर्व की बात है और भारत के सभी प्रधानमंत्रियों को इस पर गर्व होना चाहिए कि वो CSIR के पदेन अध्यक्ष होते हैं।
क्या पीएम मोदी का नजरिया वैज्ञानिक और धर्मनिरपेक्ष है?
- विमर्श
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- 7 May, 2023

पीएम मोदी के कर्नाटक में दिए गए भाषण को लेकर उनके वैज्ञानिक और धर्मनिरपेक्ष नजरिए पर बहस हो रही है। वरिष्ठ पत्रकार वंदिता मिश्रा ने भी इसका जायजा लिया है।