`हैमलेट’ शेक्सपीयर का एक ऐसा नाटक है जो पिछले सवा चार सौ बरसों से (ये माना जाता है कि ये सन् 1600 से 1601 के बीच लिखा गया) दुनिया भर के नाट्य प्रेमियों के दिल में बसा हुआ है। अमूमन हर रंगमंच निर्देशक मन में ये इच्छा रखता है कि कम से कम एक बार इसे निर्देशित कर दे और हर महत्त्वाकांक्षी अभिनेता ये ख्वाब पालता है कि जीवन में कम से कम एक मर्तबा हैमलेट का किरदार निभा ले। बहुत कम की ये हसरतें पूरी हो पाती हैं।