पुतलियां (जिनमें कठपुतलियां भी शामिल हैं) बचपन से ही हम सबसे जुड़ जाती हैं। बड़े भी अपने बच्चों के लिए पुतलियां बनाते हैं, बनवाते हैं और उनके शादी- ब्याह भी रचाते हैं। इस नज़रिए से देखें तो पुतलियाँ हर उम्र के लोगों को आकर्षित करती हैं। पुतली कला, जिसका अंग्रेजी नाम `पपेट आर्ट’ मध्य वर्ग में ज़्यादा प्रचलित है, एक लोकप्रिय प्रदर्शनकारी कला है। हालांकि कला विमर्श की दुनिया में इसकी चर्चा कम ही होती है जो कि दुखद है। आम धारणा है कि पुतली बच्चों के लिए खेल है। लेकिन ये भी सच है कि ये बच्चों के लिए खेल भले हो, बच्चों का खेल नहीं है।