इंग्लैंड की एक ख़बर भारत में इलेक्ट्रिक कार की संभावनाओं के द्वार खोल सकती है। इलेक्ट्रिक कार यानी डीजल-पेट्रोल की बेतहाशा बढ़ती क़ीमतों और ज़हरीले धुएँ से मुक्ति। वैसे, भारत में भी इलेक्ट्रिक कारें चलती हैं लेकिन लंबी दूरी जाने पर चार्जिंग की बड़ी समस्या और ऐसी ही दूसरी समस्याएँ इसकी बढ़ती संभावनाओं के आड़े आ जाती हैं। इन्हीं समस्याओं के समाधान की राह इंग्लैंड ने दिखाई है। 2030 से पूरे इंग्लैंड में डीजल-पेट्रोल की नयी कारें व वैन नहीं बेची जा सकेंगी। यानी इंग्लैंड ने इसके लिए तैयारी पूरी कर ली है। इंग्लैंड ने यह सब कैसे किया और क्या भारत में यह संभव है?