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दिल्ली और मुम्बई समेत देश के तमाम शहरों में कोरोना की तीसरी लहर की शुरू होने की खबरों के बीच दिल्ली के कालकाजी मंदिर में भक्तों का प्रवेश बंद कर दिया गया है। दूसरी तरफ दिल्ली एनसीआर के लोग नया साल मनाने के लिए शिमला और मनाली जा पहुंचे हैं। वहां अलग तरह की परेशानी बढ़ गई है।
दिल्ली में कोविड 19 का खतरा बढ़ता जा रहा है। दिल्ली सरकार ने कई तरह के प्रतिबंध लागू कर दिए हैं। सिनेमा हॉल्स भी बंद कर दिए गए हैं। साउथ दिल्ली में कालकाजी मंदिर राजधानी के लोकप्रिय मंदिरों में शुमार है। मंदिर प्रबंधन ने आज घोषणा की है कि मंदिर में भक्तों की एंट्री आज से बंद की जा रही है।
कालकाजी मंदिर के महंत सुरेंद्रनाथ अवधूत ने कहा कि दिल्ली सरकार ने येलो एलर्ट जारी कर दिया है। तमाम जगहों पर पाबंदियां लगाई गई हैं। इस मंदिर में बहुत भीड़ होती है। इसलिए प्रबंधन फिलहाल मंदिर के कपाट भक्तों के लिए बंद कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि इसे तब खोला जाएगा, जब सरकार हालात सामान्य होने की घोषणा कर देगी।
कोविड 19 के बढ़ते खतरे के बावजूद दिल्ली एनसीआर के लोग नया साल मनाने से पीछे नहीं हट रहे हैं। दिल्ली एनसीआर के लोग बड़ी तादाद में नया साल मनाने शिमला और मनाली पहुंच गए हैं। शिमला ट्रैफिक पुलिस सूत्रों के मुताबिक करीब 4500 वाहन शिमला में प्रवेश कर चुके हैं और उनकी तादाद बढ़ती जा रही है।
वहां जाकर लोग सोशल मीडिया पर फोटो भी शेयर कर रहे हैं। शिमला के रिज मैदान पर पर्यटकों को चेतावनी देते हुए पुलिस को देखा जा सकता है। लेकिन पुलिस पर्यटकों से बहुत सख्ती नहीं कर रही है।
हिमाचल में कोरोना के मामले कम जरूर हैं लेकिन खतरा तो वहां भी है। शिमला प्रशासन सैलानियों से कोरोना नियमों का पालन करने को कह रहा है। होटल संचालकों से कहा गया है कि वे कोरोना नियमों का पालन कराते हुए होटलों में प्रवेश दें।
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शिमला और मनाली में भीड़ पहुंची हुई है। प्रशासन पसोपेश में है कि वो पर्यटन कारोबार की चिन्ता करे या कोरोना नियमों का पालन कराए। हिमाचल प्रदेश में पर्यटन रीढ़ की हड्डी है।
होटल संचालकों का कहना है कि हमारे लिए नया साल कमाई का अवसर होता है। पिछले दो साल से हमारा सीजन खराब गया है। इस बार भी सैलानी कम ही पहुंचे हैं। लेकिन कोरोना नियमों का पालन जरूर कराया जाएगा। होटल में पालन कराना हमारी जिम्मेदारी है। बाहर कि जिम्मेदारी प्रशासन को मुस्तैदी से संभालना चाहिए।
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