उत्तराखंड में कांग्रेस ने काफी देर करते हुए शनिवार रात को 53 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी। लेकिन अभी भी 17 सीटों पर उम्मीदवारों को लेकर पार्टी नेताओं के बीच लड़ाई चल रही है जबकि राज्य में नामांकन शुरू हो चुके हैं। पार्टी नेताओं के बीच अपने चहेते प्रत्याशियों को मैदान में उतारने की होड़ के कारण पार्टी उम्मीदवार तय करने और प्रचार शुरू करने में पिछड़ रही है।
सूची में प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गणेश गोदियाल को उनकी पुरानी सीट श्रीनगर से और नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह को चकराता से टिकट दिया गया है। पूर्व मुख्यमंत्री और चुनाव अभियान समिति के सदस्य अध्यक्ष हरीश रावत कहां से चुनाव लड़ेंगे इसे लेकर सस्पेंस बरकरार है।
कुछ महीने पहले कांग्रेस में घर वापसी करने वाले पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य और उनके बेटे संजीव आर्य को भी पार्टी ने उनकी पुरानी सीटों पर उम्मीदवार बनाया है।
बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में घर वापसी करने वाले एक और दिग्गज नेता डॉ. हरक सिंह रावत किस सीट से लड़ेंगे इस पर भी अभी सस्पेंस बना हुआ है।
रावत के समर्थकों को टिकट
उम्मीदवारों की सूची को देखें तो साफ दिखाई देता है कि हरीश रावत के ज़्यादातर समर्थकों को पार्टी ने टिकट दिया है। अहम सीट हल्द्वानी से पूर्व नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश के बेटे सुमित हृदयेश को उम्मीदवार बनाया गया है।
प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष भुवन कापड़ी को खटीमा से फिर से टिकट दिया गया है। कापड़ी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को टक्कर देंगे।
दूसरी ओर, कांग्रेस के चुनाव अभियान का दारोमदार काफी हद तक हरीश रावत पर है। कुछ चुनावी सर्वे में कांग्रेस 2017 के मुकाबले काफी ज्यादा सीटें जीतती दिख रही है लेकिन टिकटों को लेकर जो घमासान पार्टी के अंदर है वह पार्टी की मुश्किलें बढ़ा रहा है। आम आदमी पार्टी भी कुछ सीटों पर दमदार ढंग से लड़ रही है।
राज्य में एक चरण में 14 फरवरी को मतदान होगा और 10 मार्च को नतीजे आएंगे।
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