लो ख़त्म हो गई कहानी। जिस पिता का जायज पुत्र कहलाने के लिए रोहित शेखर तिवारी ने सारी उम्र लगा दी, उसी पिता की मौत के छह महीने के भीतर ही शेखर तिवारी की भी मौत हो गई। अब यह मौत एक रहस्य है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर लिया है लेकिन हत्यारा कौन है, यह गुत्थी सुलझाई जानी बाक़ी है।