उत्तरकाशी सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों को बचाने के लिए चलाए जा रहे बचाव अभियान में शनिवार को कोई प्रगति नहीं हुई। विशेषज्ञ सिर्फ बैठकें करते रहे और प्लानिंग करते रहे। एनडीएमए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि ऑगर ड्रिलिंग मशीन विधि के रास्ते में बाधाएं आने के बाद इसमें कोई प्रगति नहीं हुई है। एनडीएमए सदस्य लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) सैयद अता हसनैन ने कहा, "इसे रोक दिया गया है। अब खुदाई का मैनुअल तरीका अपनाया जा रहा है। यह काम भी रविवार सुबह से शुरू होगा।" इससे पहले शुक्रवार रात को तब बचाव को झटका लगा, जब घंटों तकनीकी खराबी के बाद ड्रिलिंग फिर से शुरू करने के तुरंत बाद अमेरिकन-ऑगर ड्रिलिंग मशीन एक लोहे के गार्डर से टकरा गई। बचाव दल ने कहा कि यह अब तक की "सबसे बड़ी बाधा" है जिसका उन्होंने सामना किया है। उसके बाद मैन्युअल ड्रिलिंग के विकल्प पर विचार हुआ। जिसमें शनिवार का पूरा दिन चला गया।