जोशीमठ के हालात का असर बद्रीनाथ धाम यात्रा पर पड़ सकता है।जोशीमठ पवित्र शहर का प्रवेश द्वार और एकमात्र मार्ग है। तीर्थयात्रा करने से पहले हजारों तीर्थयात्री जोशीमठ में रात में रुकने का विकल्प चुनते हैं। लेकिन जोशीमठ में कई स्थानों को "खतरे के क्षेत्र" की श्रेणी में रखे जाने के बाद, अब उत्तराखंड में बेहद लोकप्रिय मंदिर तक ले जाने के रास्ते पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
जोशीमठः क्या 3 महीने में बद्रीनाथ यात्रा के लिए इंतजाम हो पाएंगे?
- उत्तराखंड
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- 18 Jan, 2023
बद्रीनाथ यात्रा हालांकि मई में शुरू होती है लेकिन उसके इंतजाम अप्रैल में ही शुरू हो जाते हैं। इस तरह जोशीमठ में सरकार के पास इंतजाम करने के लिए कुल तीन महीने बचे हैं। जोशीमठ में हजारों यात्री बद्रीनाथ जाने से पहले रुकते हैं, हजारों वाहनों की पार्किंग होती है। ये सब अब कैसे होगा, जब जोशीमठ खाली कराया जा रहा है। जानिए पूरी बातः
