कांग्रेस हाईकमान के भरोसेमंद नेता हरीश रावत ने अपनी नाराज़गी का खुलकर इजहार कर चुनाव से पहले बड़ा दांव चल दिया है। उत्तराखंड की सियासत के जानकारों के मुताबिक़, रावत विधानसभा चुनाव में टिकट वितरण में फ्री हैंड चाहते हैं। लेकिन प्रदेश प्रभारी और कांग्रेस का दूसरा धड़ा इसमें मुसीबत बन रहे हैं। रावत के करीबी नेताओं ने प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव के ख़िलाफ़ भड़ास भी निकाली है। हालांकि रावत ने कहा है कि उनका ट्वीट रोज किए जाने वाले ट्वीट जैसा ही है।
रावत बाग़ी हुए तो कांग्रेस को चुनाव में कितना नुक़सान होगा?
- उत्तराखंड
- |
- 24 Dec, 2021
रावत की उत्तराखंड के दोनों यानी कुमाऊं और गढ़वाल मंडल में अच्छी पकड़ मानी जाती है। अगर वे बाग़ी हो ही गए तो निश्चित रूप से बड़ी संख्या में उनके समर्थक उनके साथ चले जाएंगे।

समर्थकों ने दिखाए तेवर
उत्तराखंड से आ रही ख़बरों के मुताबिक़, रावत के कट्टर समर्थक अपने नेता के साथ खड़े हैं। उनका साफ कहना है कि जिस ओर रावत जाएंगे, वे भी उसी ओर जाएंगे।
ऐसा नहीं है कि रावत ने ये ट्वीट अचानक कर दिए हैं। पिछले एक साल से उनके समर्थक हाईकमान पर इस बात के लिए दबाव बना रहे हैं कि उनके नेता को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया जाए। लेकिन हाईकमान ने इस बारे में कोई फ़ैसला नहीं लिया।