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योगी आदित्यनाथ

यूपी में योगी आदित्यनाथ 'अपना चीफ सेक्रेटरी' ले आए, मिश्रा जी गए 

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मनोज कुमार सिंह को नया मुख्य सचिव नियुक्त किया है। उत्तर प्रदेश कैडर के 1988 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी सिंह, दुर्गा शंकर मिश्रा का स्थान लेंगे, जो उसी कैडर के 1984 बैच से हैं। सिंह अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त (Infrastructure & Industrial Development Commissioner) के पद पर भी बने रहेंगे। यह साधारण नियुक्ति नहीं है। क्योंकि पिछले चीफ सेक्रेटरी को केंद्र सरकार ने भेजा था।

Yogi Adityanath brings his Chief Secretary in UP, gives command to Manoj Kumar Singh - Satya Hindi
यूपी के नए चीफ सेक्रेटरी मनोज कुमार सिंह बनाए गए हैं

दुर्गा शंकर मिश्रा, जो उस समय केंद्र में सचिव, आवास और शहरी विकास के पद पर तैनात थे, को उनके रिटायरमेंट से सिर्फ दो दिन पहले 29 दिसंबर, 2021 को उनके गृह राज्य यूपी में भेज दिया गया और उन्हें उत्तर प्रदेश का मुख्य सचिव बनाया गया। रिटायरमेंट के करीब मुख्य सचिव के रूप में मिश्रा की नियुक्ति कई लोगों के लिए एक बड़ा आश्चर्य थी क्योंकि इसे देश में अपनी तरह का पहला मामला माना गया था। इसकी जो मुख्य राजनीतिक वजह बताई गई, वो ये कि चूंकि योगी आदित्यनाथ भाजपा आलाकमान (मोदी-अमित शाह) की पसंद नहीं थे और आरएसएस द्वारा भेजे गए थे। इसलिए मोदी-अमित शाह ने योगी के कामकाज पर अप्रत्यक्ष रूप से अपना दखल रखने के लिए डीएस मिश्रा को यूपी का चीफ सेक्रेटरी बनवा दिया।

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इसके बाद उन्हें दिसंबर 2022 में एक साल का और विस्तार मिला। चूंकि उनका कार्यकाल दिसंबर 2023 में खत्म होने वाला था, इसलिए लोकसभा चुनाव का हवाला देते हुए उन्हें छह महीने का और विस्तार दिया गया। पिछले छह महीनों में रिटायर होने वाले आईएएस अधिकारियों में महेश कुमार गुप्ता, लीना नंदन, हेमंत राव, एस राधा चौहान, अमित मोहन प्रसाद, कल्पना अवस्थी, अनीता सिंह और सुधीर गर्ग शामिल हैं।

चौथी बार जुगाड़ नहीं कर पाए मिश्रा

काफी कोशिश के बावजूद इस बार मिश्रा को चौथा एक्सटेंशन नहीं मिला और यूपी सरकार ने अब आईएएस मनोज कुमार सिंह को मुख्य सचिव की जिम्मेदारी सौंपी है। लोकसभा चुनाव के बाद यूपी में काफी कुछ बदलता जा रहा है। कहां तो योगी आदित्यनाथ पर हार की जिम्मेदारी डालते हुए उन्हें हटाने की चर्चा थी लेकिन अब योगी चीजों को अपने हाथ में धीरे-धीरे ले रहे हैं। कहा जा रहा है कि वो अब धीरे-धीरे अपने ढंग से यूपी का प्रशासन चलाना चाहते हैं। अभी तक केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का काफी दखल रहा है और लोकसभा चुनाव भी यूपी में सीधे अमित शाह ही देख रहे थे। 

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मूल रूप से रांची के रहने वाले आईएएस मनोज कुमार सिंह को राज्य के सबसे प्रभावशाली नौकरशाहों में से एक माना जाता है। वह वर्तमान में कई महत्वपूर्ण विभागों के प्रमुख हैं। अतिरिक्त मुख्य सचिव के रूप में, उन्होंने कई सरकारी योजनाओं को लागू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए, पंचायती राज और बागवानी और खाद्य प्रसंस्करण के लिए जिम्मेदारियां निभाई हैं। वो योगी के सबसे नजदीकी अफसरों में हैं। इसी वजह से उन्हें यह पद दिया गया है।

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क़मर वहीद नक़वी
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