भारत फिर विश्व विजेता हो गया। मुझे विश्वास है कि किसी हॉलीवुड के सस्पेंस थ्रिलर की तरह पूरे देश ने यह फाइनल मैच अपने टेलीविजन सेट्स से चिपक कर अपने-अपने भगवानों को याद करते हुए देखा होगा। भारत से हज़ारों मील दूर मॉरीशस में मैंने इसका आनंद अपने द. अफ्रीकी मित्रों के साथ लिया। द. अफ़्रीका के बदलते हुए हालातों के कारण ये बड़ी संख्या में मॉरीशस में रह रहे हैं। ये द. अफ़्रीकी भी क्रिकेट के मामले में हुबहू हम भारतीयों जैसे हैं। उतरे हुए चेहरे और हर हार में षड्यंत्र खोजते हुए।