अब से चंद घंटों में पेरिस ओलंपिक की शुरुआत हो रही है और पेरिस इस समय खेलमय है। चंद दिनों पहले ही फ़्रांस आम चुनाव में व्यस्त था। वो भी ऐसा चुनाव, जिसने देश को दो धुर विरोधी विचारों में बाँट दिया था। जनसामान्य को चुनाव के मूड से बाहर ला कर खेलों से जोड़ना आसान काम नहीं था। शहर को खेलमय बनाने का एक कारण ओलंपिक मशाल की रिले दौड़ भी है। यह ओलंपिक की गौरवशाली परम्परा है। हर ओलंपिक खेल की मशाल ग्रीस के ओलंपिया से ही प्रज्वलित की जाती है। ओलंपिक मशाल की रिले दौड़ ने यह कर दिया।
ओलंपिक की शुरुआत से पहले खेलमय हुआ पेरिस!
- खेल
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- 26 Jul, 2024

खेलों के महाकुंभ पेरिस ओलंपिक 2024 शुरू होने जा रहा है। भारत के 117 खिलाड़ी इस वैश्विक टूर्नामेंट में भाग ले रहे हैं। पढ़िए, पेरिस से आशुतोष देशमुख की आँखों देखी रिपोर्ट....
इस बार ओलंपिक की मशाल को 16 अप्रैल को परंपरागत रूप से ग्रीस के ओलंपिया में सूर्य की किरणों के साथ प्रज्वलित किया गया। इस मशाल को जहाज़ से मेडिटेरियन समुद्र पार कर फ़्रांस में मर्सेल लाया गया। फ़्रांस में 68 दिनों में इस मशाल ने गाँव-गाँव - शहर-शहर यात्रा की पुरातात्विक धरोहरों- उद्योग, कला, संस्कृति और विज्ञान से जोड़ा। इनमें मशाल ऐसे क्षेत्रों से भी निकाली गई जहाँ आर्थिक रूप से कमज़ोर वर्ग रहता है। मशाल जहां उद्योग, व्यापार, विनियार्ड से लेकर म्यूज़ियमों और मशहूर चित्रकारों की दीर्घाओं से गुजरी वहीं उसने स्टेडियम, ट्रैक्स और क्लब्स में भी हाज़िरी लगाई।
आशुतोष देशमुख वरिष्ठ पत्रकार एवं लेखक हैं। वे लंबे समय से खेल पर लिखते और कमेंट्री भी करते रहे हैं।