बरेली में कांग्रेस की ओर से आयोजित की गई मैराथन में भगदड़ मच गई और इस वजह से कई लड़कियां घायल हो गईं। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से कई शहरों में ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ के चुनावी नारे के तहत स्कूली छात्राओं की दौड़ या मैराथन कराई जा रही है।
मंगलवार को यह मैराथन बरेली में आयोजित हुई जिसमें बहुत बड़ी संख्या में छात्राएं बिना मास्क के दिखीं। यह कार्यक्रम कांग्रेस की नेता सुप्रिया ऐरन ने आयोजित किया था। मैराथन में घायल हुई छात्राओं को एंबुलेंस के जरिए अस्पताल ले जाया गया है।
‘साजिश हो सकती है’
भगदड़ होने के बाद पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए सुप्रिया ऐरन ने कहा कि तीर्थ यात्रा के लिए लोग वैष्णो देवी गए थे, वहां क्या हुआ उसे आप क्या कहेंगे। कांग्रेस नेता ने कहा कि यह इंसानी फितरत होती है कि पहले हम आगे बढ़ जाएं। उन्होंने कहा कि भगदड़ की घटना के पीछे कोई साजिश भी हो सकती है।
ऐरन ने कहा कि कांग्रेस के बढ़ते हुए जनाधार को देखते हुए शायद कोई मैराथन के बीच में आ गया हो।
बड़ा सवाल यह है कि जब ओमिक्रॉन के संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं तो उत्तर प्रदेश में इस तरह के चुनावी कार्यक्रमों की इजाजत आखिर प्रशासन कैसे दे रहा है।
बहरहाल, उत्तर प्रदेश में ओमिक्रॉन के गंभीर खतरे के बाद भी सारे राजनीतिक दलों की चुनावी रैलियां और तमाम तरह के दूसरे कार्यक्रम जारी हैं। ऐसे में संक्रमण के बड़े स्तर पर फैलने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।
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