क्या पश्चिम बंगाल और पंजाब की तरह ही उत्तर प्रदेश में भी इंडिया गठबंधन के साथी दल अलग-अलग ही चुनाव लड़ेंगे? पहले तो जयंत चौधरी का आरएलडी एनडीए में चला गया और अभी तक कांग्रेस और सपा के बीच में सीट बँटवारा नहीं हो पाया है। अब तो अखिलेश यादव ने सीधा-सीधा कह दिया है कि जब तक सीट बँटवारा नहीं हो जाता तब तक वह राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल नहीं होंगे। दोनों दलों के बीच सीट बँटवारे को लेकर इतना गंभीर मसला है कि अभी तक यह सुलझ नहीं पाया है।
इसी बीच अब पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने सोमवार को कह दिया है कि समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के साथ सीटों के बंटवारे को अंतिम रूप मिलने तक राहुल गांधी की अगुवाई वाली भारत जोड़ो न्याय यात्रा में भाग नहीं लेगी। राहुल के नेतृत्व वाली यात्रा सोमवार को अमेठी से होकर गुजर रही है। इसके बाद यह रायबरेली में प्रवेश करेगी। पहले अखिलेश यादव ने कहा था कि वह इस यात्रा में शामिल होंगे।
इससे पहले इसी महीने अखिलेश ने शिकायत की थी कि उन्हें भारत जोड़ो न्याय यात्रा के लिए अभी तक आमंत्रित नहीं किया गया। अखिलेश की इस शिकायत के बाद कांग्रेस ने सफाई जारी की थी और कहा था कि उत्तर प्रदेश में यात्रा के विस्तृत मार्ग और कार्यक्रम को एक या दो दिन में अंतिम रूप दिए जाने के बाद इसे गठबंधन के घटक दलों के साथ साझा किया जाएगा। हालाँकि उसके कुछ दिन बाद ही अखिलेश ने कहा था कि उन्हें कांग्रेस ने यात्रा के लिए निमंत्रण दिया है और वह यात्रा में शामिल होंगे।
इसके बावजूद दोनों दलों के बीच सीट बँटवारे को लेकर स्थिति साफ़ नहीं हो पायी। कुछ हफ़्ते पहले समाजवादी पार्टी ने एकतरफ़ा घोषणा की थी कि उसने कांग्रेस को 11 सीटों की पेशकश की है। हालाँकि कांग्रेस की राज्य इकाई ने अधिक सीटें मांगीं। इसी बीच अखिलेश की पार्टी ने तो लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी। इससे यह संकेत गया कि सपा अपनी शर्त पर ही कांग्रेस को टिकट देने को तैयार है। सीट बँटवारे को लेकर दोनों दलों के बीच बातचीत जारी है।
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चर्चा चल रही है। दोनों तरफ से सूचियां आ रही हैं। एक बार सीटों का बंटवारा हो जाए तो समाजवादी पार्टी कांग्रेस की न्याय यात्रा में शामिल हो जाएगी।
अखिलेश यादव, सपा प्रमुख
इंडिया टुडे ने सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट दी है कि सीटों की संख्या और सीटों के नाम पहले ही तय हो चुके थे, लेकिन राहुल गांधी कुछ सीटों पर अड़े हुए हैं, जिससे गठबंधन को अंतिम रूप देने में देरी हो रही है। एनडीटीवी ने सूत्रों के हवाले से ख़बर दी है कि सपा राज्य की 80 सीटों में से 15 सीटें कांग्रेस को देने को तैयार है।
बहरहाल, अखिलेश यादव, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे के बीच बातचीत हो चुकी है, लेकिन सीटों पर अभी तक अंतिम सहमति नहीं बन पाई है।
बता दें कि सीट बँटवारे के मामले में कांग्रेस को बंगाल में ममता बनर्जी और पंजाब में आप के भगवंत मान से भी झटका लगा है। हालाँकि दो दिन पहले ही केजरीवाल ने दावा किया है कि आप और कांग्रेस ने आपसी सहमति से पंजाब में अलग-अलग चुनाव लड़ने का फ़ैसला किया है। पिछले महीने नौवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने वाले नीतीश कुमार ने भाजपा के साथ गठबंधन सरकार का नेतृत्व करने के लिए पूरे विपक्ष को झटका दिया है। आरएलडी ने यूपी में इंडिया गठबंधन छोड़कर एनडीए का हाथ थाम लिया है। दिल्ली में आप के साथ अभी भी बातचीत चल रही है।
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