विधानसभा चुनाव से ठीक पहले उत्तर प्रदेश में सपा नेताओं के ठिकानों पर छापेमारी की टाइमिंग को लेकर बीजेपी के ही सहयोगी दल निषाद पार्टी ने सवाल उठाए हैं। निषाद पार्टी का कहना है कि सरकार के पास सूचना थी तो छह महीने-साल भर पहले कार्रवाई क्यों नहीं गई। निषाद पार्टी के मुखिया संजय निषाद ने कहा कि इससे मतदाताओं के बीच ग़लत संदेश जाएगा।