राम मंदिर निर्माण की शुरुआत के बाद इसे जनता की भावनाओं व आस्था से जुड़े रखने की तैयारी की जा रही है। मंदिर का सियासी फ़ायदा उठाने के लिए उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों तक राम मंदिर  मुद्दे को जिंदा रखा जाएगा।