लखीमपुर खीरी के लिए निकलीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को सोमवार तड़के साढ़े पाँच बजे हिरासत में ले लिया गया है। लखीमपुर खीरी में रविवार को हुई हिंसा में 8 लोग मारे गए थे। इसमें से चार किसान थे और किसानों का आरोप है कि केंद्रीय मंत्री के बेटे ने उन्हें कार से कुचला। इसी घटना को लेकर प्रियंका रात 1 बजे रवाना हुई थीं। लेकिन उत्तर प्रदेश पुलिस ने उन्हें हरगांव थाना क्षेत्र में रोका। फिर उन्हें सीतापुर ज़िले के एक गेस्ट हाउस में ले जाया गया है।
यूपी कांग्रेस ने ट्वीट कर कहा है कि प्रियंका गांधी को पुलिस ने गिरफ़्तार किया है और लोगों से समर्थन में इलाक़े में पहुँचने को कहा।
श्रीमती @priyankagandhi जी को हरगांव से गिरफ्तार करके सीतापुर पुलिस लाइन ले जाया जा रहा हूं, कृपया सभी लोग पहुंचे। pic.twitter.com/d0GClYamvr
— UP Congress (@INCUttarPradesh) October 3, 2021
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर ज़िले में प्रदर्शन करने जा रहे किसानों को कथित रूप से कार से रौंद कर मार देने का आरोप लगा है। आरोप है कि लखीमपुर सांसद व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे मोनू की कार से यह हादसा हुआ है। रिपोर्ट है कि 4 किसानों की मौत कार से कुचलकर हुई है जबकि चार अन्य लोगों की मौत हिंसा में हुई है। कई अन्य घायल हुए हैं। प्रियंका मारे गए उन किसानों के परिवारों से मिलने जा रही थीं। लेकिन पुलिस द्वारा उन्हें लखनऊ में ही रोकने की कोशिश की गई।
कांग्रेस ने एक वीडियो ट्वीट किया है जिसमें दिखता है कि पुलिस वालों पर प्रियंका नाराज़ हो रही हैं। वह पुलिसकर्मी से कहती हैं, 'वारंट निकालो, ऑर्डर निकालो। नहीं तो मैं यहां से नहीं हिल रही हूं। और अगर आप मुझे उस कार में डाल देंगे तो मैं अपहरण का आरोप लगाऊंगी। और आरोप पुलिस पर नहीं बल्कि आप पर होगा।'
उनके बगल में खड़े कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा ने पुलिसकर्मी से सवाल किया कि वह प्रियंका गांधी वाड्रा के ख़िलाफ़ हाथ कैसे उठा सकते हैं। हुड्डा कहते हैं, 'मैं गवाही देने जा रहा हूँ। मैंने इसे देखा है।'
"तुम्हारे प्रदेश में नहीं होगा इस देश में कानून है"
— UP Congress (@INCUttarPradesh) October 4, 2021
जब @priyankagandhi जी के साथ योगी की पुलिस का यह व्यवहार है तो सोचिए उत्तर प्रदेश के आम लोगों, आम महिलाओं के साथ इनका क्या व्यवहार होगा । pic.twitter.com/bE7BC45pxi
एक अन्य ट्वीट में कांग्रेस ने कहा है, 'श्रीमती प्रियंका गांधी जी के कपड़े खींचे जा रहे हैं। पुलिस के द्वारा भोर के अंधेरे में उनके हाथ मोड़े जा रहे हैं। मुख्यमंत्री जी ! तानाशाही लाख कर लो, हम अन्याय और नफरत के खिलाफ कुर्बानी देने वाले लोग हैं। झुकेंगे नहीं, लड़ेंगे...।'
श्रीमती @priyankagandhi जी के कपड़े खींचे जा रहे हैं। पुलिस के द्वारा भोर के अंधेरे में उनके हाथ मोड़े जा रहे हैं।
— UP Congress (@INCUttarPradesh) October 4, 2021
मुख्यमंत्री जी ! तानाशाही लाख कर लो, हम अन्याय और नफरत के खिलाफ कुर्बानी देने वाले लोग हैं। झुकेंगे नहीं, लड़ेंगे... #लखीमपुर_किसान_नरसंहार pic.twitter.com/HZiojipujc
बता दें कि कांग्रेस नेता लखनऊ में अपने घर से पैदल निकलीं और फिर बाद में एक कार में सवार हो गईं। यूपी कांग्रेस के ट्विटर हैंडल के मुताबिक़ लखनऊ से लखीमपुर खीरी जाने वाले रास्ते में टोल प्लाजा पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
नहीं रोक पाओगे.....
— UP Congress (@INCUttarPradesh) October 3, 2021
जय जवान, जय किसान#लखीमपुर_किसान_नरसंहार pic.twitter.com/RaaR3SqOYe
आखिरकार वही हुआ, जिसकी BJP से उम्मीद थी
— Srinivas BV (@srinivasiyc) October 4, 2021
'महात्मा गांधी' के लोकतांत्रिक देश में 'गोडसे' के उपासकों ने भारी बारिश और पुलिसबल से संघर्ष करते हुए अन्नदाताओं से मिलने जा रही हमारी नेता @priyankagandhi जी को हरगांव से गिरफ्तार किया..
ये लड़ाई का सिर्फ आरंभ है!! किसान एकता जिंदाबाद pic.twitter.com/vehKIxh87B
प्रियंका, मैं जानता हूँ तुम पीछे नहीं हटोगी- तुम्हारी हिम्मत से वे डर गए हैं।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 4, 2021
न्याय की इस अहिंसक लड़ाई में हम देश के अन्नदाता को जिता कर रहेंगे। #NoFear #लखीमपुर_किसान_नरसंहार
इससे पहले लखीमपुर खीरी जाने के दौरान रास्ते में प्रियंका गांधी वाड्रा ने रविवार की घटना के बारे में ट्वीट कर कहा, 'भाजपा देश के किसानों से कितनी नफ़रत करती है? उन्हें जीने का हक नहीं है? यदि वे आवाज उठाएँगे तो उन्हें गोली मार दोगे, गाड़ी चढ़ाकर रौंद दोगे? बहुत हो चुका। ये किसानों का देश है, भाजपा की क्रूर विचारधारा की जागीर नहीं है। किसान सत्याग्रह मजबूत होगा और किसान की आवाज और बुलंद होगी।'
भाजपा देश के किसानों से कितनी नफ़रत करती है? उन्हें जीने का हक नहीं है? यदि वे आवाज उठाएँगे तो उन्हें गोली मार दोगे, गाड़ी चढ़ाकर रौंद दोगे? बहुत हो चुका। ये किसानों का देश है, भाजपा की क्रूर विचारधारा की जागीर नहीं है।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) October 3, 2021
किसान सत्याग्रह मजबूत होगा और किसान की आवाज और बुलंद होगी।
चंद्रशेखर, सतीश चंद मिश्रा को रोका
किसानों की मौत के बाद कई किसान नेता और राजनेता लखीमपुर खीरी जाने के लिए निकले हैं और निकलने वाले हैं। लखीमपुर खीरी जा रहे भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर को पुलिस ने खैराबाद टोल प्लाजा पर रोक दिया। इनके अलावा रिपोर्ट है कि पुलिस ने बसपा नेता सतीश चंद मिश्रा को नज़रबंद कर दिया है। इस बीच किसान नेता राकेश टिकैत भी लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हो चुके हैं। टिकैत का काफिला पुलिस की बैरिकेडिंग तोड़ता हुआ आगे बढ़ा।
इस बीच ख़बर है कि पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव, राष्ट्रीय लोकदल के नेता जयंत चौधरी भी लखीमपुर खीरी पहुँचने वाले हैं। समझा जाता है कि पुलिस उन्हें भी रोकने की पूरी कोशिश करेगी।
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