यूपी में जिस समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच लंबे समय से सीट बँटवारा नहीं हो पा रहा था और जिसको लेकर अलग-अलग चुनाव लड़ने तक के कयास लगाए जाने लगे थे, उनमें आख़िर सहमति कैसे बन गई? आख़िर यह चौंकाने वाली ख़बर कैसे आ गई कि दोनों दलों के बीच सीटों पर सहमति बन गई है? रिपोर्ट है कि बुधवार सुबह प्रियंका गांधी वाड्रा ने हस्तक्षेप किया और अखिलेश से फोन पर बातचीत की। फोन पर बात होते ही बुधवार को ही घोषणा कर दी गई कि कांग्रेस-सपा में सीट-बंटवारा हो गया है। समझौते के अनुसार, कांग्रेस उत्तर प्रदेश में 17 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और बाकी 80 में से 63 सीटें पर समाजवादी पार्टी।
जानिए, कांग्रेस-सपा में सीट बँटवारा कराने में किसकी भूमिका
- उत्तर प्रदेश
- |
- |
- 21 Feb, 2024
आख़िरकार समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच यूपी में सीटों को बँटवारा हो गया, लेकिन सवाल है कि आख़िर गतिरोध टूटा कैसे? किसने भूमिका निभाई।

इस घोषणा से पहले बुधवार सुबह ही अखिलेश यादव ने संकेत दिया था कि सब कुछ ठीक है और गठबंधन बरकरार है। इससे पहले सीट-बँटवारे की बातचीत में तब रुकावट आ गई थी जब अखिलेश यादव ने एक शर्त रख दी थी। कुल 17 सीटों की पेशकश करते हुए अखिलेश ने कांग्रेस को अपनी आखिरी पेशकश की और लगभग अल्टीमेटम दे दिया था कि वह राज्य में राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में तब तक शामिल नहीं होंगे जब तक कांग्रेस इस पेशकश को स्वीकार नहीं कर लेती।