अतीक अहमद और उनके अशरफ़ भाई की जिस तरह से पुलिस कस्टडी में और लाइव कवरेज के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी गई उस पर विपक्षी दलों ने राज्य में क़ानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। जहाँ बीएसपी प्रमुख मायावती ने कहा कि राज्य को 'एनकाउंटर प्रदेश' बना दिया गया है, वहीं एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का इस्तीफ़ा मांग लिया है। अखिलेश यादव ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में अपराध की पराकाष्ठा हो गई है और अपराधियों के हौसले बुलंद हैं।
प्रयागराज में घटी इस घटना पर बीएसपी प्रमुख मायावती ने आज बयान जारी किया है। उन्होंने एक के बाद एक दो ट्वीट में कहा है कि "देश भर में चर्चित इस अति-गंभीर व अति-चिन्तनीय घटना का माननीय सुप्रीम कोर्ट अगर स्वंय ही संज्ञान लेकर उचित कार्रवाई करे तो बेहतर। वैसे भी उत्तर प्रदेश में 'कानून द्वारा कानून के राज' के बजाय, अब इसका एनकाउंटर प्रदेश बन जाना कितना उचित? सोचने की बात।'
1. गुजरात जेल से अतीक अहमद व बरेली जेल से लाए गए उनके भाई अशरफ की प्रयागराज में कल रात पुलिस हिरासत में ही खुलेआम गोली मारकर हुई हत्या, उमेश पाल जघन्य हत्याकाण्ड की तरह ही, यूपी सरकार की कानून-व्यवस्था व उसकी कार्यप्रणाली पर अनेकों गंभीर प्रश्नचिन्ह खड़े करती है।
— Mayawati (@Mayawati) April 16, 2023
मायावती की यह प्रतिक्रिया तब आई है जब जेल में बंद गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ अहमद की शनिवार रात उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में गोली मारकर हत्या कर दी गई। हत्या की वारदात तब हुई जब उन्हें मेडिकल परीक्षण के लिए ले जाया जा रहा था।
टेलीविजन फुटेज में अतीक अहमद को पत्रकारों से बात करते हुए देखा गया। तभी कम से कम दो लोगों ने पिस्तौल से उन पर गोलियाँ चला दीं। तब भारी पुलिस बल तैनात था। प्रयागराज के पुलिस आयुक्त ने कहा कि हंगामे के दौरान समाचार एजेंसी एएनआई के एक पत्रकार को चोटें आई हैं, जबकि मान सिंह नाम के एक पुलिस कांस्टेबल को गोली लगी है। पुलिस का कहना है कि तीन आरोपियों ने सरेंडर किया है और तीनों की पहचान की पुष्टि की जा रही है।
उप्र में अपराध की पराकाष्ठा हो गयी है और अपराधियों के हौसले बुलंद है। जब पुलिस के सुरक्षा घेरे के बीच सरेआम गोलीबारी करके किसीकी हत्या की जा सकती है तो आम जनता की सुरक्षा का क्या। इससे जनता के बीच भय का वातावरण बन रहा है, ऐसा लगता है कुछ लोग जानबूझकर ऐसा वातावरण बना रहे हैं।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) April 15, 2023
असदुद्दीन ओवैसी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस्तीफे की मांग की। उन्होंने कहा, 'मैं यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस्तीफे और सुप्रीम कोर्ट से एक टीम बनाने और इस मामले की जांच करने की मांग करता हूं। हम यह भी मांग करते हैं कि वहां मौजूद सभी पुलिस अधिकारियों को सेवा से हटा दिया जाना चाहिए।'
In a society where murderers are celebrated, what’s the use of a criminal justice system?
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) April 15, 2023
उन्होंने कहा है, 'अतीक़ और उनके भाई पुलिस की हिरासत में थे। उन पर हथकड़ियाँ लगी हुई थीं। JSR के नारे भी लगाये गये। दोनों की हत्या योगी के क़ानून व्यवस्था की नाकामी है। एनकाउंटर राज का जश्न मनाने वाले भी इस हत्या के ज़िम्मेदार हैं।' उन्होंने आगे कहा कि जिस समाज में हत्यारे हीरो होते हैं, उस समाज में कोर्ट और इंसाफ़ के सिस्टम का क्या काम?
Two murders in UP :
— Kapil Sibal (@KapilSibal) April 15, 2023
1) Atiq Ahmed and brother Ashraf
2) Rule of law
#WATCH | "When crime reaches its peak...it is the decision of nature...": UP state minister & BJP leader Suresh Kumar Khanna on #AtiqAhmed & his brother Ashraf Ahmed shot dead in Prayagraj pic.twitter.com/sZBQqNkhS5
— ANI (@ANI) April 15, 2023
बीजेपी सांसद सुब्रत पाठक ने कहा है कि अतीक और अशरफ की हत्या की पूरी जाँच होनी चाहिए और हत्यारों के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।
बता दें कि शनिवार रात में प्रयागराज में मेडिकल जाँच के लिए ले जाते समय अतीक और अशरफ़ की कैमरे के सामने गोली मारकर हत्या कर देने के बाद पूरे उत्तर प्रदेश में सीआरपीसी की धारा 144 लागू कर दी गई। इसके साथ ही पीएसी और आरएएफ बल भी तैनात किए गए हैं। प्रयागराज की सभी सीमाएँ सील कर दी गई हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना का संज्ञान लिया और तत्काल उच्च स्तरीय बैठक बुलाई।
मुख्यमंत्री की बैठक में मामले की उच्च स्तरीय जाँच के निर्देश दिए गए। एक रिपोर्ट के अनुसार मुख्यमंत्री ने तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग के गठन के निर्देश भी दिए हैं। विशेष डीजी (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा कि पूरे उत्तर प्रदेश में अलर्ट जारी कर दिया गया है। राज्य की राजधानी लखनऊ में मुख्यमंत्री के सरकारी आवास की भी सुरक्षा बढ़ाई गई है। उच्च स्तरीय बैठक में सीएम ने अधिकारियों से कहा कि प्रदेश में शांति व्यवस्था बनी रहनी चाहिए।
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