मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में वोटिंग के बीच समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बड़ा आरोप लगाया है। अखिलेश ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा है कि जिस दिन से मैनपुरी में उपचुनाव शुरू हुआ है प्रशासन न जाने किसके आदेश पर काम कर रहा है। अखिलेश ने कहा कि आखिरकार प्रशासन किसके लिए वोट डलवाना चाहता है।
मैनपुरी लोकसभा सीट पर बीजेपी के उम्मीदवार रघुराज सिंह शाक्य और समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव आमने-सामने हैं। यह सीट समाजवादी पार्टी के संस्थापक और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के निधन से खाली हुई है।
उन्होंने कहा कि मैनपुरी उपचुनाव में जब वह डिंपल यादव का नामांकन करवाने के लिए जा रहे थे तो एक तगड़े पुलिस अफसर को उनके सामने लगाकर उनकी गाड़ी को रोकने की कोशिश की गई थी।
अखिलेश ने कहा कि पुलिस को इस बात की ब्रीफिंग की गई है कि समाजवादी पार्टी को वोट नहीं पड़ने दिया जाए। उन्होंने कहा कि सुबह से मैनपुरी लोकसभा सीट के तमाम विधानसभा क्षेत्रों और रामपुर विधानसभा सीट से भी शिकायत आ रही है। उन्होंने कहा कि प्रशासन पूरी कोशिश कर रहा है कि वोट ना पड़ पाएं और इसके लिए तमाम तरीके अपनाए जा रहे हैं।
जीत की उम्मीद
अखिलेश ने उम्मीद जताई कि मैनपुरी से समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार डिंपल यादव को ही जीत मिलेगी क्योंकि इस निर्वाचन क्षेत्र में उनके पिता और पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने काफी काम किया है। अखिलेश ने कहा कि बीजेपी का प्रत्याशी यहां उधार का है।
सपा ने की ढेरों शिकायतें
सपा ने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर कहा है कि मैनपुरी सदर विधानसभा में बूथ संख्या 373 रसेमर पर समाजवादी पार्टी के वोटरों को वोट डालने से रोका जा रहे है। भाजपा के लोग साजिश कर रहे हैं। इसके अलावा करहल विधानसभा के सेक्टर नंबर 23 में बूथ संख्या 163 पर ईवीएम मशीन बंद है।
भोगांव विधानसभा के बूथ संख्या 81, जगतपुर पर भाजपा के अराजक तत्वों द्वारा फर्जी मतदान का प्रयास किया जा रहा है। मैनपुरी के बूथ संख्या 400 पर SO ओंछा गांव के मतदाताओं को धमका रहे हैं वोट नहीं डालने दे रहे हैं। सपा ने कहा है कि एसडीएम और इंस्पेक्टर भाजपा के गुंडे बनकर काम कर रहे हैं। केहारी में इंस्पेक्टर और एसडीएम कल्लू प्रधान के घर में घुसकर गाली गलौज कर रहे हैं और महिलाओं से कर रहे अभद्रता कर रहे हैं। इस तरह की कई शिकायतें सपा की ओर से की जा रही हैं।
सपा का गढ़ है मैनपुरी
मैनपुरी सीट कई दशकों से समाजवादी पार्टी का गढ़ रही है। मुलायम सिंह यादव साल 1996 में पहली बार इस सीट से सांसद चुने गए थे। इसके बाद 2004, 2009 और 2019 में भी उन्होंने इस सीट से चुनाव जीता था। मुलायम सिंह यादव समाजवादी पार्टी के संस्थापक होने के साथ ही उत्तर प्रदेश के बड़े नेता भी थे इसलिए सपा को इस सीट पर सहानुभूति के वोट भी मिल सकते हैं।
मैनपुरी लोकसभा सीट की करहल विधानसभा सीट से अखिलेश यादव 2022 में विधानसभा का चुनाव जीतकर विधायक बने थे। इस सीट पर आने वाली 5 विधानसभा सीटों में से 2 बीजेपी के पास हैं इसलिए बीजेपी भी यहां चुनावी लड़ाई में कमजोर नहीं है।
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