अखिलेश यादव की राजनीति पर क्यों उठ रहे सवाल? अखिलेश यादव ने जो मैनपुरी में किया वो रामपुर में क्यों नहीं? क्या अखिलेश यादव लोकसभा चुनाव के लिए कुछ अलग करेंगे?
बीजेपी को उत्तर प्रदेश की मैनपुरी लोकसभा और खतौली विधानसभा, ओडिशा की पदमपुर, राजस्थान की सरदारशहर और छत्तीसगढ़ की भानुप्रतापपुर सीट पर उपचुनाव में हार मिली है।
मैनपुरी सीट पर समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार डिंपल यादव ने बीजेपी के उम्मीदवार रघुराज सिंह शाक्य को 2,40,322 मतों के अंतर से हरा दिया। यह सीट पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के निधन से खाली हुई थी। जानिए, बाकी सीटों के क्या नतीजे रहे।
उत्तर प्रदेश की मैनपुरी लोकसभा सीट के साथ ही रामपुर सदर और खतौली विधानसभा सीट, ओडिशा की पदमपुर, राजस्थान की सरदारशहर, बिहार की कुढ़नी और छत्तीसगढ़ की भानुप्रतापपुर सीट पर भी नतीजे आ गए।
मैनपुरी और रामपुर दोनों लोकसभा उपचुनावों के लिए मतदान के साथ, मिलियन डॉलर का सवाल बना हुआ है - क्या बीजेपी अपने दो गढ़ों में सपा को हरा पाएगी। इन जगहों पर और विशेष रूप से मैनपुरी में सपा के पतन का मतलब पार्टी के लिए मौत का झटका होगा।
गुजरात चुनाव कैसे लड़ा गया ,कितने मतदाता निकले और इसका क्या सबक मिला ?इसके साथ ही मैनपुरी /रामपुर में क्या हुआ और चुनाव आयोग ने क्या किया ? आज की जनादेश चर्चा
मैनपुरी लोकसभा सीट पर बीजेपी के उम्मीदवार रघुराज सिंह शाक्य और समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव आमने-सामने हैं। सपा ने मतदान में गड़बड़ियों की ढेरों शिकायतें की हैं।
मैनपुरी लोकसभा सीट पर बीजेपी के उम्मीदवार रघुराज सिंह शाक्य और समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव आमने-सामने हैं। आइए, अन्य सीटों के बारे में भी जानते हैं।
यूपी में सोमवार को लोकसभा की एक और विधानसभा के लिए दो सीटों पर वोटिंग हो रही है। इस लड़ाई से सरकार बनने-बिगड़ने वाली नहीं है लेकिन इस उपचुनाव में हार-जीत कई नेताओं पर मनोवैज्ञानिक असर डालेगी। बीजेपी अगर तीनों उपचुनाव हारती है तो उस पर जनता का अंकुश बढ़ता हुआ लगेगा। इसलिए यह चुनाव दूसरे नजरिए से खास हैः
क्या मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में सपा उम्मीदवार डिंपल यादव का समर्थन करना शिवपाल यादव को भारी पड़ गया है। शिवपाल के खिलाफ एक पुराने मामले की सीबीआई को अब याद क्यों आई है?
मैनपुरी उपचुनाव को लेकर सपा ने आज बुधवार को चुनाव आयोग से की गई शिकायत में आरोप लगाया कि वहां पुलिस और अन्य सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग किया जा रहा है। जानिए पूरी बातः
यूपी में तीन उपचुनाव हो रहे हैं, लेकिन अखिलेश सिर्फ मैनपुरी में ही घर-घर जाकर वोट मांग रहे हैं। आखिर ऐसा क्या हैं, बात जब कुनबे की आती है तो यादव परिवार एकजुट हो जाता है लेकिन वही बात अन्य जगहों पर नजर नहीं आती। इन्हीं सवालों को उठाती यह रिपोर्टः
रामपुर और आजमगढ़ के बाद बीजेपी की कोशिश मैनपुरी लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में भी जीत हासिल करने की है। यह तय है कि इस उपचुनाव में बसपा को मिलने वाला वोट जिसके खाते में जाएगा, उसकी जीत की संभावना मजबूत हो जाएगी। बसपा का वोट किसे मिलेगा?
मैनपुरी में बीजेपी प्रत्याशी रघुराज सिंह शाक्य ने नामांकन तो भर दिया है लेकिन शिवपाल यादव का रुख स्पष्ट हो जाने के बाद यह चुनाव डिंपल के लिए आसान हो गया। सैफई में बुधवार को बैठक में शिवपाल समर्थकों ने बहू डिंपल का प्रचार करने का फैसला किया है।
मैनपुरी उपचुनाव ने शिवपाल यादव को दुविधा में डाल दिया है। वो तय नहीं कर पा रहे हैं कि घर की बहू का विरोध करें या फिर बीजेपी प्रत्याशी का समर्थन करें। बीजेपी प्रत्याशी रघुराज सिंह शाक्य ने शिवपाल को अपना गुरु बताया है। बहरहाल, मैनपुरी उपचुनाव दिलचस्प होता जा रहा है। पढ़िए पूरी रिपोर्टः