गुजरात में बीजेपी को जबरदस्त कामयाबी मिली है। यह देश की आजादी के बाद से अब तक गुजरात के विधानसभा चुनाव में किसी भी दल के द्वारा हासिल की गई सबसे बड़ी जीत है। लेकिन इसके साथ ही यह भी देखा जाना जरूरी है कि बीजेपी को हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव में हार के साथ ही कई राज्यों में हुए विधानसभा उपचुनाव में भी हार का सामना करना पड़ा है।
बीजेपी को उत्तर प्रदेश की मैनपुरी लोकसभा और खतौली विधानसभा, ओडिशा की पदमपुर, राजस्थान की सरदारशहर और छत्तीसगढ़ की भानुप्रतापपुर सीट पर हार मिली है।
इनमें से मैनपुरी लोकसभा सीट पर बीजेपी को करारी हार मिली है। यहां समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार डिंपल यादव ने बीजेपी के उम्मीदवार रघुराज सिंह शाक्य को 2.88 लाख मतों के अंतर से हराया है। जबकि 2019 के लोकसभा चुनाव में इस सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव 94000 वोटों से चुनाव जीते थे। यानी कि जीत का अंतर तीन गुना बढ़ गया।
हालात यह रहे कि बीजेपी उम्मीदवार रघुराज सिंह शाक्य अपने गांव में के दो बूथों में से एक बूथ पर भी हार गए और सैफई के सभी 6 बूथों पर उन्हें मात्र 36 वोट हासिल हुए। सैफई मुलायम सिंह यादव का पैतृक गांव है।
खतौली में भी बड़ी हार
इसके अलावा पश्चिमी उत्तर प्रदेश की खतौली विधानसभा सीट पर भी बीजेपी की हार काफी बड़ी है। यहां पर सपा-रालोद गठबंधन के प्रत्याशी मदन भैया ने बीजेपी की उम्मीदवार राजकुमारी सैनी को 33 हजार वोटों के अंतर से चुनाव हराया है। जबकि इस साल फरवरी-मार्च में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी को यहां जीत मिली थी। इस तरह सपा-रालोद गठबंधन ने बीजेपी से यह सीट छीन ली है। इस सीट पर भी जीत के लिए बीजेपी के तमाम बड़े नेताओं ने जमकर चुनाव प्रचार किया था।
कांग्रेस शासित राज्य राजस्थान की सरदारशहर सीट पर भी बीजेपी के उम्मीदवार अशोक कुमार को कांग्रेस के उम्मीदवार अनिल कुमार शर्मा ने 26,000 से ज्यादा वोटों के अंतर से चुनाव हराया है।
एक अन्य कांग्रेस शासित राज्य छत्तीसगढ़ की भानुप्रतापपुर सीट पर कांग्रेस की उम्मीदवार सावित्री मंडावी ने बीजेपी के उम्मीदवार ब्रह्मानंद नेताम को 21 हजार से ज्यादा मतों के अंतर से चुनाव में शिकस्त दी है। छत्तीसगढ़ और राजस्थान दोनों ही राज्यों में अगले साल विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं, इसलिए यह जीत कांग्रेस को ऊर्जा देने वाली और बीजेपी को झटका देने वाली है।
ओडिशा की पदमपुर सीट पर भी उपचुनाव के नतीजे गुरुवार को आए। राज्य में सरकार चला रही बीजेडी ने यहां से बरसा सिंह बरिहा को चुनाव लड़ाया था। बरसा सिंह बरिहा ने बीजेपी के उम्मीदवार प्रदीप पुरोहित को 42 हजार से ज्यादा मतों के अंतर से चुनाव हराया है।
इस तरह यह सभी बड़ी चुनावी हार बीजेपी को मिली हैं और निश्चित रूप से गुजरात की बड़ी जीत के सामने इनकी चर्चा नहीं हो पा रही है।
इसके अलावा एमसीडी की सत्ता से भी उसकी विदाई हो गई है।
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