यूपी की राजधानी लखनऊ में योगी के ‘बुलडोजर’ राज के शिकार शहरी गरीबों और आम लोगों का जन आंदोलन आहिस्ता आहिस्ता बड़ी शक्ल ले रहा है। दरअसल लोकसभा चुनाव के ठीक पहले शहर के बीच बसे अकबरनगर मुहल्ले के लोगों को उजाड़ने की कार्रवाई शुरू हुई। लोकसभा चुनाव के बाद इसे अंजाम तक पहुंचा दिया गया। तर्क यह दिया गया कि ये लोग डूब क्षेत्र (फ्लड ज़ोन) के अंदर अवैध ढंग से बसे हुए हैं। इस नाम पर नदी से 500 मीटर दूर तक की बसावट को बुलडोजर लगाकर उजाड़ दिया गया। कुल 1169 घर और 101 व्यापारिक प्रतिष्ठान ढहाए गए। हजारों लोग जिन्होंने सालों साल की मेहनत से अपना आशियाना बनाया था वे अचानक सड़क पर आ गए। उन्हें वहां से दूर बसंत कुंज में ले जाकर बसाने की बात की गई।