गाजीपुर में आज एक विशेष अदालत ने गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी को गैंगेस्टर से जुड़े मामलों में दस साल जेल की सजा सुनाई। हाल ही में इलाहाबाद में पुलिस सुरक्षा में पूर्व सांसद अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ की जिस तरह हत्या की गई थी, उसके मद्देनजर आज गाजीपुर में कोर्ट के बाहर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। इसी कोर्ट ने उनके सांसद भाई अफजाल अंसारी को 4 साल की सजा सुनाई है। इस फैसले के बाद अफजाल अंसारी को लोकसभा की सदस्यता खत्म हो जाएगी। उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी मनोज सिन्हा को हराया था। मनोज सिन्हा इस समय जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल हैं।

पांच बार के पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी पर 1996 में विश्व हिंदू परिषद (VHP) के नेता नंदकिशोर रूंगटा के अपहरण मामले और 2005 में भाजपा विधायक कृष्णानंद राय की हत्या में शामिल होने का मामला दर्ज किया गया था। मुख्तार अंसारी के खिलाफ इस साल जनवरी में 2001 की उसरी चट्टी गैंगवार की घटना के सिलसिले में हत्या का मामला दर्ज किया गया था। उनके खिलाफ गाजीपुर के मोहम्मदाबाद पुलिस स्टेशन में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 302, 147, 148, 149 के तहत मामला दर्ज किया गया था।