कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी कर दी है। इस सूची में 41 उम्मीदवार हैं जिनमें से 16 महिलाएं हैं। पहली सूची में कांग्रेस ने 125 उम्मीदवारों के नाम तय किए थे और इसमें 40 फ़ीसदी महिलाएं और 40 फ़ीसदी युवा थे।
कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने घोषणा की थी कि पार्टी उत्तर प्रदेश में 40 फ़ीसदी टिकट महिलाओं को देगी।
पार्टी ने लड़की हूं, लड़ सकती हूं, का नारा दिया है, जो काफी चर्चित हुआ है।
दूसरी सूची में सहारनपुर नगर सीट से सुखविंदर कौर को जबकि चरथावल सीट से यासमीन राणा, चंदौसी से मिथिलेश और ठाकुरद्वारा से सलमा आगा अंसारी को टिकट दिया गया है। बुलंदशहर के सयाना से पूनम पांडे, डिबाई से सुनीता शर्मा, इगलास से प्रीति धनखड़ और नवाबगंज से ऊषा गंगवार को भी चुनाव मैदान में उतारा गया है।
प्रियंका गांधी ने पहली सूची जारी होने के बाद कहा था कि कांग्रेस ने ऐसी महिलाओं को चुनाव मैदान में उतारा है, जिन्होंने बहुत संघर्ष किया लेकिन उन्हें कभी चुनाव लड़ने का मौका नहीं मिला।
गैंगरेप पीड़िता की मां को टिकट
कांग्रेस ने उन्नाव में गैंगरेप पीड़िता की मां आशा सिंह को प्रत्याशी बनाया था जबकि सोनभद्र नरसंहार के पीड़ितों में से एक रामराज गोंड को भी मैदान में उतारा था। इसी तरह आशा बहन की नौकरी करने वाली पूनम पांडेय को भी कांग्रेस ने टिकट दिया।
सीएए एनआरसी के खिलाफ संघर्ष करने वालीं सदफ जफर को लखनऊ सेंट्रल सीट से, बरेली कैंट से सुप्रिया ऐरन, नोएडा से पंखुड़ी पाठक और फर्रूखाबाद से पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद की पत्नी लुईस खुर्शीद को भी पार्टी ने मैदान में उतारा है।
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