आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद इस बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे। आजाद समाज पार्टी की ओर से गुरूवार को बयान जारी कर इस बात का एलान किया गया है। बता दें कि बीजेपी भी योगी आदित्यनाथ को गोरखपुर सदर से चुनाव लड़ा रही है।
चंद्रशेखर आजाद ने साल 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ वाराणसी से चुनाव लड़ने का भी एलान किया था लेकिन बाद में वह इससे पीछे हट गए थे और उन्होंने बीएसपी का समर्थन किया था।
बता दें कि चंद्रशेखर की समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन को लेकर बातचीत टूट गई थी। इसके बाद चंद्रशेखर ने कहा था कि उनकी पार्टी अपने दम पर उत्तर प्रदेश में विधानसभा का चुनाव लड़ेगी।
चंद्रशेखर ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव का नाम लिए बिना कहा था कि अब अगर वे 100 सीट भी देंगे तो भी वह उनके पास नहीं जाएंगे। चंद्रशेखर आजाद दलित समाज के मुद्दों को उठाते रहे हैं। वह सीएए के खिलाफ हुए आंदोलनों में भी सक्रिय रहे थे।
भीम आर्मी के प्रमुख ने कहा था कि उन्होंने बीते 5 साल में दलितों से लेकर मुसलमानों के साथ हुई नाइंसाफी के खिलाफ लड़ाई लड़ी है। उन्होंने कहा था कि विपक्ष के बिखराव की वजह से अगर भारतीय जनता पार्टी सत्ता में लौटती है तो इसका खामियाजा उन्हें नहीं उनके जैसे लाखों निर्दोष लोगों को भुगतना पड़ेगा।
उन्होंने नाम लिए बिना विपक्ष के नेताओं पर हमला बोला और कहा था कि कुछ नेता ट्विटर, फेसबुक की राजनीति करते हैं।
उन्होंने कहा था कि उत्तर प्रदेश में 25 फ़ीसदी आबादी वाले दलित समाज को उसकी हिस्सेदारी मिलनी जरूरी है और अखिलेश यादव को दलित समाज के लोगों की जरूरत नहीं है।
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