समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने मंगलवार को आरोप लगाया कि संभल में एक मस्जिद के अदालती आदेश पर सर्वेक्षण के दौरान भड़की हिंसा भाजपा द्वारा रची गई एक सुनियोजित साजिश थी। लोकसभा में बोलते हुए, कन्नौज सांसद ने कहा कि हिंसा के लिए पुलिस और प्रशासन जिम्मेदार थे, जिसमें पांच लोग मारे गए। उन्होंने अधिकारियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की।
Akhilesh Yadav in Parliament on Sambhal.
— هارون خان (@iamharunkhan) December 3, 2024
The incident that took place in Sambhal is a well-planned conspiracy and the brotherhood in Sambhal has been shot.
The talks of excavation throughout the country done by BJP and its allies will destroy the brotherhood of the country. pic.twitter.com/SmeKBwmctO
उत्तर प्रदेश में नौ विधानसभा क्षेत्रों के लिए उपचुनाव हले 13 नवंबर को होने वाले थे, बाद में उसकी तारीख बदलकर 20 नवंबर कर दी गई।मुगलकालीन शाही जामा मस्जिद के अदालत के आदेश पर किए गए सर्वे के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान पिछले हफ्ते संभल में बड़े पैमाने पर हिंसा भड़क उठी थी। यह आदेश उन दावों के बाद पारित किया गया था कि मस्जिद का निर्माण एक हिंदू मंदिर के खंडहरों पर किया गया था। पुलिस ने संभल में एकतरफा कार्रवाई की। उसने यहां मुस्लिमों की बड़े पैमाने पर गिरफ्तारियां कीं। तमाम वीडियो फुटेज सामने आए जो पुलिस की हरकतों को बयान कर रहे हैं। संभल में पुलिस ने अभी भी दहशत का माहौल बना रखा है।
लोकसभा में अखिलेश यादव ने बताया कि किस तरह जल्दबाजी में दूसरे पक्ष की बात सुनने से पहले ही मस्जिद के सर्वे का आदेश अदालत ने पारित कर दिया। उन्होंने मस्जिद के दूसरे सर्वेक्षण की आवश्यकता पर भी सवाल उठाया।
बीजेपी पर निशाना साधते हुए अखिलेश ने कहा कि भगवा पार्टी और उसके सहयोगियों द्वारा देशभर में ऐतिहासिक इमारतों की खुदाई की जो बातें की जा रही हैं, उससे भाईचारा खत्म हो जाएगा।
उन्होंने कहा, "भाजपा लगातार खुदाई के बारे में बात कर रही है... यह एक दिन देश के भाईचारे और सद्भाव को नष्ट कर देगी। भाजपा संविधान में विश्वास नहीं करती है।"
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