अतीक अशरफ मर्डर केस में यूपी सरकार ने 5 पुलिस अफसरों को आज बुधवार को सस्पेंड कर दिया है। हालांकि निलंबित किए गए अधिकारी बड़े लेवल के नहीं हैं। प्रयागराज में 15 अप्रैल को पूर्व सांसद अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ अहमद को उस समय टीवी कैमरे के सामने ताबड़तोड़ गोली मार दी गई, जब वो मीडिया से बात कर रहे थे। आरोपी हत्यारे मीडियाकर्मी बन कर आए थे। गोली मारने के बाद उन्होंने जय श्रीराम के नारे लगाए।
एनडीटीवी के मुताबिक निलंबित होने वालों में शाहगंज के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अश्विनी कुमार सिंह, दो इंस्पेक्टर और दो कांस्टेबल शामिल हैं। हत्याओं की जांच कर रहे एक विशेष जांच दल (एसआईटी) ने कल मंगलवार को पुलिस अधिकारियों से पूछताछ की थी।
पांचों अधिकारी शाहगंज थाने में तैनात हैं। जिस मेडिकल कॉलेज में अहमद और उसके भाई की हत्या की गई थी, वह शाहगंज पुलिस के अधिकार क्षेत्र में आता है।
पूर्व सांसद और उनके भाई को जिन तीन लोगों ने गोली मारी थी, जिनकी पहचान पुलिस ने लवलेश तिवारी, सनी सिंह और अरुण मौर्य के रूप में की है। इससे पहले आज प्रयागराज की एक अदालत ने आरोपी हत्यारों को चार दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। तीनों को 23 अप्रैल को फिर से कोर्ट में पेश किया जाएगा।
विशेष जांच दल ने तीनों लोगों के बयान दर्ज किए और जांच के हिस्से के रूप में अपराध स्थल फिर से क्रिएट किया जाएगा।
सुप्रीम कोर्ट मंगलवार को अतीक अहमद और उसके भाई की हत्याओं की स्वतंत्र जांच की मांग वाली याचिका पर सुनवाई के लिए तैयार हो गया। सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज की अध्यक्षता वाली याचिका पर 24 अप्रैल को सुनवाई होगी।
अपनी राय बतायें