उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर जिन्ना की एंट्री हो गई है। बात मोहम्मद अली जिन्ना की हो रही है जिन्हें भारत के विभाजन का जिम्मेदार माना जाता है। जिन्ना की एंट्री हुई है, पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बयान से लेकिन बीजेपी के लिए यह एक सुनहरा मौक़ा है और उसने इसे फुर्ती से लपक लिया है। इससे पहले भी अलीगढ़ मुसलिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में जिन्ना की तसवीर को लेकर खासा हंगामा हो चुका है।