उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर जिन्ना की एंट्री हो गई है। बात मोहम्मद अली जिन्ना की हो रही है जिन्हें भारत के विभाजन का जिम्मेदार माना जाता है। जिन्ना की एंट्री हुई है, पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बयान से लेकिन बीजेपी के लिए यह एक सुनहरा मौक़ा है और उसने इसे फुर्ती से लपक लिया है। इससे पहले भी अलीगढ़ मुसलिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में जिन्ना की तसवीर को लेकर खासा हंगामा हो चुका है।
अखिलेश के जिन्ना वाले बयान पर हंगामा, बीजेपी का हमला
- उत्तर प्रदेश
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- 1 Nov, 2021
उत्तर प्रदेश की सियासत में विधानसभा चुनाव से पहले जिन्ना का जिक्र हुआ है। अखिलेश के जिन्ना को लेकर दिए गए बयान पर बीजेपी ने उन पर हमला बोल दिया है।

अखिलेश यादव रविवार को हरदोई में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। जनसभा में अखिलेश ने भारत की आज़ादी का जिक्र करते हुए कहा, “सरदार पटेल, महात्मा गांधी, जवाहर लाल नेहरू और जिन्ना एक ही जगह पढ़कर आए थे और बैरिस्टर बने। उन्होंने आज़ादी दिलाई और संघर्ष से पीछे नहीं हटे।”
लेकिन अखिलेश यादव के बयान का यह हिस्सा सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, कैबिनेट मंत्री मोहसिन रज़ा ने अखिलेश पर हमला बोल दिया। योगी ने कहा है कि अखिलेश का यह बयान बेहद ही शर्मनाक है।