देश में इस समय संभाजी को लेकर विवाद छिड़ा हुआ है। इस पर राजनीति भी शुरू हो गई है। यह सारा विवाद छावा फिल्म की वजह से हुआ। छावा फिल्म बनाने वाले इस विवाद की वजह से कमाई कर रहे हैं, क्योंकि लोग फिल्म देखने जा रहे हैं। लेकिन इस वजह से धार्मिक समुदायों के बीच बहस भी छिड़ गई है। राजनीतिक लोग इसमें धार्मिक ध्रुवीकरण के मौके तलाश रहे हैं। इन हालात में कम से कम संभाजी का सही इतिहास जानना बहुत जरूरी है। संभाजी और औरंगजेब के बीच जो युद्ध हुआ, उसकी असलियत क्या थी। फिल्म बनाने वाले इतिहास को अपनी तरह तोड़ मरोड़ कर पेश करते हैं लेकिन इतिहास को तो उसी रूप में पेश करना होगा। तोड़ना-मरोड़ना क्यों।